Palamu : जिले में खाद्य सुरक्षा योजनाओं के तहत पात्र लाभुकों को राशन कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया तेज हो गई है. अब तक 73,100 नए नाम जोड़े जा चुके हैं. जबकि 63,286 आवेदन अभी भी लंबित हैं. यह जानकारी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से दी गई है.
2020 के बाद के हैं 63,286 लंबित आवेदन
बताते चलें कि अगस्त माह में राशन कार्ड में नाम जोड़ने की प्रक्रिया की शुरू की गई थी. शुरुआत में लंबित आवेदन की संख्या लगभग 1.15 लाख थी. विभाग के अनुसार, ये आवेदन वर्ष 2017 से लंबित थे. इनमें से 51714 लंबित आवेदनों का निपटारा हो चुका है, जो साल 2020 तक के हैं. वहीं 63,286 लंबित आवेदन 2020 के बाद के हैं.
जिले में राशन कार्डधारियों की स्थिति
कुल राशन कार्डधारी : 4.12 लाख
लाभुकों की संख्या : 18,00,807
लक्ष्य लाभुक (NFSA के तहत) : 18,28,926
वर्षों से भटक रहे थे लाभुक
गौरतलब है कि लंबे समय से राशन कार्ड में नाम जोड़ने या सुधार कराने के लिए लोग वर्षों से कार्यालयों के चक्कर काट रहे थे. राज्य सरकार की प्रक्रिया में देरी के कारण न तो नाम जुड़ पा रहे थे और न ही सुधार हो पा रहा था, जिससे बड़ी संख्या में लोग कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित थे.
राशन कार्ड के बिना नहीं मिल पा रहा योजनाओं का लाभ
राशन कार्ड सिर्फ अनाज प्राप्त करने तक सीमित नहीं है. यह सरकारी योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत योजना (जिसके तहत 5 लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज संभव है), के लिए भी एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है. गंभीर बीमारियों में सरकारी सहायता, छात्रवृत्ति, गैस कनेक्शन, पेंशन और अन्य योजनाओं के लिए भी राशन कार्ड की आवश्यकता होती है.
ई-केवाईसी नहीं कराने वालों के नाम हटाए जा रहे
विभाग के अनुसार, ई–केवाईसी नहीं कराने वाले लाभुकों के नाम हटाने की प्रक्रिया भी जारी है. इसमें विवाहित महिलाएं, प्रवासी, मृत व्यक्ति या सरकारी सेवा में कार्यरत लोग शामिल हैं. इसके अलावा अपवर्जन मानकों के तहत आने वाले राशन कार्डधारियों को राशन कार्ड सरेंडर करने का भी निर्देश पूर्व में दिया गया है.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें
Leave a Comment