Lagatar Desk : पटना के बाढ़ अनुमंडल के पंडारक थाना क्षेत्र स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में परिजनों ने दो घंटे तक हंगामा किया. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर नवजात शिशुओं को बदलने का आरोप लगाया. हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत करने की कोशिश की.
इस दौरार पुलिस ने अस्पताल के रजिस्टर और रिकॉर्ड खंगले. दो घंटे की तहकीकात के बाद दोनों परिवारों को उनके-उनके नवजात सौंप दिए गए, जिसके बाद मामला शांत हुआ. इसके बाद दोनों परिवार अपने-अपने नवजात के साथ घर लौट गए..
थानाध्यक्ष नवनीत कुमार ने बताया कि संजना नामक महिला ने बेटी, जबकि अर्चना नामक महिला ने बेटे को जन्म दिया. दोनों डिलीवरी एक ही समय पर हुई थी. जन्म के बाद नवजातों को वार्मर में रखा गया था. इसी दौरान संजना के परिजन अर्चना के बेटे को अपना बच्चा होने का दावा कर हंगामा करने लगे.
हालांकि अस्पताल प्रबंधन अपने रजिस्टर में प्रसूता और उनके नवजातों की पूरी जानकारी रिकॉर्ड रखी थी. जांच करने पर संजना के परिजनों का दावा झूठ निकला. इसके बाद पुलिस और अस्पताल प्रबंधन ने दोनों परिवारों को समझा-बुझाकर उनके नवजात सौंप दिए.
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