Ranchi: समाहरणालय स्थित ब्लॉक-ए सभागार में हुए आदि कर्मयोगी अभियान का शुभारंभ उप विकास आयुक्त सौरभ भुवनिया ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि जनजातीय समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने और जिम्मेदार शासन की ओर बढ़ाने का एक मॉडल है. हमारा मकसद है कि हर आदिवासी गांव शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की बेहतर सुविधाओं से जुड़ सके.
अभियान का मकसद
आदिवासी समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ना
गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की स्थिति सुधारना
स्थानीय नेतृत्व और पंचायतों को मजबूत करना
महिलाओं और युवाओं को स्वयं सहायता समूह (SHG) के जरिए आजीविका से जोड़ना
जनजातीय संस्कृति और पर्यावरण की रक्षा करना
कार्यक्रम में शामिल अधिकारी
इस मौके पर कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें – परियोजना निदेशक आईटीडीए संजय कुमार भगत, डीआरडीए निदेशक सुदर्शन मुर्मू, जिला शिक्षा पदाधिकारी विनय कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरभि सिंह, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और सामाजिक संस्थाएं.
लोगों को क्या मिलेगा फायदा
अभियान के तहत यह बदलाव देखने को मिल सकते हैं –
गांवों में सड़क, बिजली और स्वच्छ पानी की सुविधा बेहतर होगी.
महिलाओं और युवाओं को रोजगार के ज्यादा मौके मिलेंगे.
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच होगी.
गांव के लोग अपने फैसले खुद ले सकेंगे और नेतृत्व मजबूत होगा.
शपथ भी ली गई
कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों और प्रतिनिधियों ने मिलकर शपथ ली कि वे पूरे समर्पण और ईमानदारी से आदिवासी समाज के विकास में जुटेंगे और जल, जंगल, जमीन और जीवन को सुरक्षित रखेंगे.
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