New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में 62,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न युवा-केंद्रित पहलों का अनावरण किया. इस क्रम में पीएम मोदी ने बिहार की संशोधित मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का शुभारंभ किया, इसके तहत 5 लाख स्नातकों को दो वर्षों तक 1,000 रुपये मासिक भत्ता मिलेगा.
#WATCH | Delhi: PM Narendra Modi says, "Thousands of young people from Bihar have joined us through this program. This generation may not realise how devastated the education system in Bihar was two and a half decades ago. Schools were not open honestly, nor were recruitments… pic.twitter.com/LvvEtGd2bK
— ANI (@ANI) October 4, 2025
#WATCH | Bihar Chief Minister Nitish Kumar says, "It is a matter of great joy that today a skill convocation ceremony has been organised for ITI toppers from across the country. In this program, Prime Minister Modi has awarded certificates to the students and girls of these… pic.twitter.com/rufwpNtm5V
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Delhi: PM Modi felicitates 46 all-India toppers from ITIs at Kaushal Deekshant Samaroh
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इसके साथ ही श्री मोदी ने उद्योगों को बढ़ावा देने वाले पाठ्यक्रमों और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बिहार में जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया. बिहार के चार विश्वविद्यालयों में नयी शैक्षणिक और अनुसंधान सुविधाओं की आधारशिला रखी और एनआईटी पटना के नये परिसर का लोकार्पण किया.
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने आईटीआई के लिए पीएम-सेतु का शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने कौशल दीक्षांत समारोह में आईटीआई के 46 अखिल भारतीय टॉपर्स को सम्मानित किया. श्री मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बिहार के हज़ारों युवा हमसे जुड़े हैं.
इस पीढ़ी को शायद अंदाजा नहीं होगा कि ढाई दशक पहले बिहार की शिक्षा व्यवस्था कितनी जर्जर थी. न तो ईमानदारी से स्कूल खुलते थे, न ही भर्तियाँ होती थीं. कौन सा माता-पिता नहीं चाहेगा कि उसका बच्चा यहां पढ़े और आगे बढ़े? लेकिन मजबूरी में लाखों बच्चे बिहार छोड़कर वाराणसी, दिल्ली और मुंबई जाने को विवश हुए. यही पलायन की असली शुरुआत थी.
पीएम मोदी ने कहा, सौभाग्य से बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को सरकार की ज़िम्मेदारी सौंपी. हम सब गवाह हैं कि कैसे पूरी एनडीए टीम ने मिलकर बिगड़ी हुई व्यवस्था को पटरी पर लाया. मुझे खुशी है कि आज के कौशल दीक्षांत समारोह में बिहार को एक नए कौशल विश्वविद्यालय की सौगात मिली है. नीतीश कुमार की सरकार ने इस विश्वविद्यालय का नाम भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के नाम पर रखा है.
पीएम ने कहा कि बिहार सरकार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के ज़रिए बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करती रही है. अब एक और बड़ा फैसला लिया गया है. इस क्रेडिट कार्ड के ज़रिए मिलने वाले एजुकेशन लोन को ब्याज मुक्त कर दिया गया है. यह बिहार सरकार का एक बड़ा फैसला है. इसके अलावा, छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की राशि भी 1,800 रुपये से बढ़ाकर 3,600 रुपये कर दी गयी है.
आज भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है और बिहार सबसे ज़्यादा युवा आबादी वाले राज्यों में से एक है. इसलिए, जब बिहार के युवाओं का सामर्थ्य बढ़ता है, तो देश की ताकत भी स्वाभाविक रूप से बढ़ती है.
पिछले दो दशकों में बिहार सरकार ने 50 लाख युवाओं को बिहार में रोज़गार से जोड़ा है. पिछले कुछ वर्षों में ही बिहार के युवाओं को लगभग 10 लाख स्थायी सरकारी नौकरियां दी गयी हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'जीएसटी पर भी अपनी बात रखी. कहा कि देश में इस समय जीएसटी बचत उत्सव चल रहा है. किसी ने मुझे बताया कि बिहार के युवा बाइक और स्कूटर पर जीएसटी कम होने से बहुत खुश हैं. कई युवाओं ने तो इस धनतेरस पर इन्हें खरीदने की योजना भी बना ली है.
मैं बिहार और देश के युवाओं को उनकी ज़रूरत की ज़्यादातर चीज़ों पर जीएसटी कम होने के लिए हार्दिक बधाई देता हूं. पीएम ने कहा कि 2014 से पहले, भारत को एक नाज़ुक अर्थव्यवस्था माना जाता था, यानी विकास दर धीमी थी. रोज़गार भी बहुत कम था. आज, भारत शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की ओर अग्रसर है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि आज देश भर के आईटीआई टॉपरों के लिए कौशल दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने इन संस्थानों के छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किये हैं.
बिहार में युवा आयोग और जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है. इसके माध्यम से बिहार के युवाओं को नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे हैं. 25 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है. इससे बिहार के लोगों को बहुत लाभ होगा.
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