New Delhi : प्रधानमंत्री मोदी ने आज गुरुवार को यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की. तीनों ने व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, नवाचार, स्थिरता, रक्षा, सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला लचीलेपन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति का स्वागत किया.
PM Narendra Modi holds a joint telephone call with President of the European Council Antonio Costa and President of the European Commission Ursula von der Leyen
— ANI (@ANI) September 4, 2025
The leaders welcome progress in bilateral relations in key sectors such as trade, technology, investment, innovation,… pic.twitter.com/tH26IdcIxK
#WATCH | President of the European Commission, Ursula von der Leyen tweets, "We had the pleasure of speaking with Prime Minister Narendra Modi. We warmly welcome India’s continued engagement with President Zelenskyy. India has an important role to play in bringing Russia to end… pic.twitter.com/6kkTE5evem
— ANI (@ANI) September 4, 2025
भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को जल्द संपन्न कराने की प्रतिबद्धता दोहराई गयी. साथ ही यूक्रेन-रूस संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों पर मंथन किया गया.
खबरों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों नेताओं को भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत आमंत्रित किया. फरवरी में यूरोपीय संघ के आयुक्तों के कॉलेज की ऐतिहासिक भारत यात्रा के बाद, प्रधानमंत्री मोदी, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने जल्द से जल्द भारत में अगला भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन आयोजित करने पर चर्चा की.
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने एस्क पर पोस्ट कर कहा कि हमें प्रधानमंत्री मोदी से बात करके खुशी हुई. लिखा कि हम राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ भारत के निरंतर जुड़ाव का हार्दिक स्वागत करते हैं. रूस को उसके आक्रामक युद्ध को समाप्त करने और शांति की राह बनाने में मदद करने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है.
उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि इस युद्ध के वैश्विक सुरक्षा परिणाम हैं और यह आर्थिक स्थिरता को कमज़ोर करता है. इसलिए यह पूरी दुनिया के लिए एक जोखिम है. भविष्य को देखते हुए हम 2026 में जल्द से जल्द अगले यूरोपीय संघ-भारत शिखर सम्मेलन में एक संयुक्त रणनीतिक एजेंडे पर सहमत होने की योजना बना रहे हैं. हम मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत पूरी करने के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.
Leave a Comment