Ranchi : नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने निशिकांत दूबे के मामले पर कहा है कि जब वे अपनी गिरफ्तारी देने थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने से ही मना कर दिया. उनके खिलाफ तो मंदिर में पूजा करने पर भी केस दर्ज किया गया. सोचिए, आस्था के अधिकार पर भी राजनीति हो रही है.
मामला पूरी तरह राजनीतिक था
बाबूलाल ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में आगे लिखा है कि यह साफ दिखता है कि मामला पूरी तरह राजनीतिक था. केवल उन्हें और सांसद मनोज तिवारी को परेशान करने के लिए ही किया गया. भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और यहां तक कि परिवार वालों को भी डराने, दबाने और बदनाम करने के लिए लगातार नए केस गढ़ना और पुलिसिया कार्रवाई करना ही राज्य सरकार का पैटर्न है. लेकिन सच को दबाना नामुमकिन है. भाजपा के लोग सरकार प्रायोजित ऐसे दमनात्मक कार्रवाइयों से डरने वाले नहीं है.
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