New Delhi : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा बांग्लादेश में हिंदू युवक की भीड़ द्वारा हत्या (म़ॉब लिंचिंग) किये जाने पर चिंता जताये जाने को भाजपा ने घड़ियाली आंसू बहाना करार दिया है.
बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा बर्बरतापूर्ण हत्या का समाचार अत्यंत चिंताजनक है। किसी भी सभ्य समाज में धर्म, जाति, पहचान आदि के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हत्या मानवता के खिलाफ अपराध है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 19, 2025
भारत सरकार को पड़ोसी देश में हिंदू, ईसाई और बौद्ध अल्पसंख्यकों के…
भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने शनिवार को कहा, बांग्लादेश में हिंदुओं की सड़कों पर खुलेआम पीट-पीटकर हत्या की जा रही है. आज कांग्रेसी उस पर सवाल उठा रहे हैं. कहा कि ये(कांग्रेसी) वही लोग हैं जो CAA, NRC का विरोध कर रहे थे.
प्रियंका गांधी पर हमलावर होते हुए कहा कि वो फिलिस्तीन के लिए बैग पर चित्रकारी कर संसद पहुंची थी. आज बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए मगरमच्छ के झूठे आंसू बहाना शुरू कर दिया है,
गौरव वल्लभ ने पूछा कि कांग्रेसियों को बांग्लादेश के हिंदुओं की इतनी ही चिंता है, तो CAA, NRC कानून के तहत उन लोगों को भारत की नागरिकता देने का काम किये जाने पर उसका क्यों विरोध कर रहे थे.
भाजपा नेता ने कहा, आप देश से अपने पहले के कुकृत्यों के लिए माफी मांगिए या घड़ियाली आंसू बहाना बंद कीजिए. उन्होंने कहा कि पूरे देश और दुनिया में कहीं भी हिंदू समाज के जो लोग हैं, उनके साथ भाजपा खड़ी है.
बता दें कि बांग्लादेश में ईशनिंदा के आरोप में हिंदू युवक की कल पीटकर हत्या कर दी गयी थी. उसके शव को जला दिया गया था. ट्रिब्यून समाचार पोर्टल के अनुसार उसकी पहचान 25 वर्षीय दीपू चंद्र दास के रूप में हुई,
वे मैमनसिंह शहर में एक कारखाने में काम करते थे. कहा जा रहा है कि पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. आरोप है कि पुलिस ने उसे भीड़ के हवाले कर दिया,
प्रियंका गांधी ने बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या की निंदा करते हुए कहा था कि भारत सरकार को वहां के अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर संज्ञान लेना चाहिए.
बांग्लादेश की सरकार के समक्ष मजबूती से यह मामला उठाना चाहिए. प्रियंका ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ की ओर से बर्बरतापूर्ण हत्या का समाचार अत्यंत चिंताजनक है.
किसी भी सभ्य समाज में धर्म, जाति, पहचान आदि के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हत्या मानवता के खिलाफ अपराध है.लिखा कि भारत सरकार को हिंदू, ईसाई और बौद्ध अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा का संज्ञान लेना चाहिए.
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