New Delhi : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार के बहुचर्चित मेक इन इंडिया' अभियान को लेकर करारा हमला बोला है. आज शनिवार को राहुल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि भारत में इलेक्ट्रॉनिक सामानों के निर्माण के नाम पर केवल असेंबलिंग का काम हो रहा है. असली मैन्युफैक्चरिंग अब भी चीन जैसे देशों में हो रही है.
क्या आप जानते हैं कि भारत में बने ज़्यादातर TVs का 80% हिस्सा चीन से आता है?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 19, 2025
‘मेक इन इंडिया’ के नाम पर हम सिर्फ असेंबली कर रहे हैं - असली मैन्युफैक्चरिंग नहीं। iPhone से लेकर TV तक - पुर्ज़े विदेश से आते हैं, हम बस जोड़ते हैं।
छोटे उद्यमी निर्माण करना चाहते हैं, लेकिन न नीति… pic.twitter.com/xNVXbRjuei
राहुल गांधी ने वीडियो में दावा किया कि भारत में बिकने वाले ज़्यादातर टेलीविज़न सेट्स के 80फीसदी से अधिक पुर्ज़े चीन से आयातित हैं. उन्होंने कहा, हम सिर्फ उन्हें असेंबल करते हैं और इसे मेक इन इंडिया कहते हैं. कहा कि iPhone से लेकर TV तक हम बस जोड़ते हैं, बनाते नहीं.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश के छोटे उद्यमी मैन्युफैक्चरिंग करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें न तो सरकारी नीति का समर्थन मिल रहा है और न ही कोई स्पष्ट दिशा. इसके उलट, भारी टैक्स और बड़े कॉरपोरेट्स को दी जा रही प्राथमिकता ने छोटे उद्योगों के लिए रास्ता मुश्किल कर दिया है.
उन्होंने कहा, कुछ चुनिंदा कंपनियों का एकाधिकार देश की औद्योगिक आत्मनिर्भरता को कमजोर कर रहा है. जब तक हम असेंबली लाइन से निकलकर असली मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में नहीं बढ़ेंगे, तब तक रोजगार और विकास के सारे वादे केवल भाषण ही रह जायेंगे.
राहुल गांधी ने इस बात पर बल दिया कि भारत को चीन के मुकाबले एक मजबूत निर्माण शक्ति बनना होगा. हमें ज़मीनी बदलाव की ज़रूरत है, ताकि भारत न सिर्फ उपभोग, बल्कि उत्पादन में भी आत्मनिर्भर बन सके. तभी मेक इन इंडिया वास्तव में सफल कहा जायेगा.
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय आया है, जब केंद्र सरकार मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया'और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों को देश की आर्थिक मजबूती का आधार बता रही है. राहुल गांधी के बयान पर केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है