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राहुल गांधी पूरन कुमार की पत्नी से मिले, संवेदना प्रकट की, कहा, भाजपा-आरएसएस की मनुवादी विचारधारा ने समाज में जहर घोल दिया है

Chandigarh : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज मंगलवार दोपहर दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के आवास पर पहुंचे.उन्होंने  शोक संतप्त परिवार के लोगों से मिल कर हार्दिक संवेदना प्रकट की. राहुल गांधी ने पूरन कुमार के पत्नी आईएएस अमनीत पूरन कुमार और बेटी अमूल्या से लगभग आधे घंटे तक बातचीत की.

 

 

 

राहुल गांधी पूरन कुमार को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बातचीत की. उन्होंने आरोप लगाया कि सालों से सिस्टम के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है. सिस्टम के आधार पर किसी अधिकारी(पिछड़े, दलित)  को दबाने, उसका  करियर बर्बाद करने के लिए ऑफिसर लगातार काम कर रहे हैं.

 


राहुल गांधी ने कहा, हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार को जाति आधारित भेदभाव का सामना करने के बाद आत्महत्या करने के लिए विवश होना पड़ा. यह दुखद घटना हमारे देश और समाज पर एक कलंक है. यह एक गंभीर चेतावनी है कि आज के भारत में हाशिए पर पड़े समुदाय आशा खो रहे हैं. 

 


राहुल गांधी ने कहा, नफरत और प्रतिगामी सोच पर आधारित भाजपा-आरएसएस की मनुवादी विचारधारा ने समाज में इस हद तक ज़हर घोल दिया है कि मानवता इससे निपटने के लिए संघर्ष कर रही है. वह एक सेवारत अधिकारी थे. देश समझता है कि उन पर किस तरह का दबाव बनाया गया होगा. दोषी अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए. राहुल ने अधिकारियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की,    

 


राहुल ने कहा कि यह सिर्फ एक परिवार का मामला नहीं है. देश में करोड़ों दलित भाई-बहनों के बीच गलत मैसेज जा रहा है कि आप कितने भी सफल क्यों न हों, कितने भी ताकतवर क्यों न हों, इंटेलिजेंट क्यों न हों. अगर आप दलित हैं तो आपको दबाया जा सकता है, आपको कुचला जा सकता है. राहुल गांधी ने कहा कि यह हमें कतई स्वीकार्य नहीं है.'

 

 

राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा में  नेता प्रतिपक्ष होने के कारण मेरा पीएम मोदी और हरियाणा के सीएम को संदेश है कि आपने बेटियों को जो भरोसा दिलाया है. उसे आप पूरा कीजिए.  पिता का अंतिम संस्कार होने दीजिए. तमाशा बंद कीजिए.राहुल गांधी ने  दोय़ी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन्होंने  पूरन कुमार के परिवार की  परेशानियां   दूर करने का आग्रह किया.

 

 

 आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित आवास (सेक्टर-110  के   बेसमेंट में खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी. इस घटना से एक दिन पहले उन्होंने पत्नी के  नाम वसीयत लिखी थी. साथ ही आठ पेज का सुसाइड नोट लिखा था. इसमें उन्होंने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर, रोहतक एसपी नरेंद्र बिजरनिया सहित 13 अधिकारियों पर जातिगत उत्पीड़न करने, मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और करियर बर्बाद करने के आरोप लगाये थे.

 


जब आईपीएस अधिकारी ने आत्महत्या की थी, उस समय उनकी पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत कुमार सीएम नायब सिंह सैनी के साथ विदेश गये प्रतिनिधिमंडव में शामिल थी.  भारत लौट कर अमनीत कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस में मामला दर्ज कराया.  उन्होंने आरोपी अधिकारियों पर नामजद FIR करने और  गिरफ्तार करने की मांग की थी.

 

 मांग पूरी नहीं होने पर परिवार ने दिवंगत IPS  का पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था. खबरों के अनुसार इस मामले  चंडीगढ़ पुलिस ने पत्नी अमनीत कुमार को नोटिस जारी कर पूरन का लैपटॉप देने को कहा है. पुलिस के अनुसार लैपटॉप से आत्महत्या मामले की जांच में अहम सबूत मिल सकते है 
   


 
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