New Delhi : राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वंचित वर्गों के छात्रों को समय पर पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाये. मांग की है कि उनके छात्रावासों की दयनीय हालात में सुधार किया जाना जरूरी है.
"I request you to resolve two critical issues which hinder education opportunities for the 90% of students who are from marginalized communities.
— Congress (@INCIndia) June 11, 2025
👉 Firstly, the conditions in residential hostels for students from Dalit, ST, EBC, OBC and minority communities are deplorable.
👉… pic.twitter.com/Qcjt0LCMaX
पिछले दिनों नेता विपक्ष श्री राहुल गांधी जी दरभंगा के डॉ. अंबेडकर हॉस्टल में गए थे।
— Congress (@INCIndia) June 11, 2025
वहां विभिन्न हॉस्टलों के छात्रों ने आकर उनसे मुलाकात की। राहुल गांधी जी ने जो देखा वो बेहद दुखदायी और हृदयविदारक था।
वहां पर उन्होंने देखा कि 👇
• एक कमरे में 6-7 छात्र एक साथ रहते हैं
•… pic.twitter.com/v3F2zao81o
राहुल के अनुसार ये मुद्दे हाशिए पर रहने वाले समुदायों से आने वाले 90 प्रतिशत छात्रों के लिए शिक्षा के अवसरों में बाधा पैदा करने वाले हैं.
खबर है कि राहुल गांधी ने यह पत्र 10 जून को लिखा है. राहुल गांधी ने पत्र में कहा कि मैं आपसे(पीएम मोदी) दो महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने का अनुरोध करता हूं जो हाशिए पर रहने वाले समुदायों से आने वाले 90 प्रतिशत छात्रों के लिए शिक्षा के अवसरों में बाधा डालते हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि दलित, एसटी, ईबीसी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों के लिए बने आवासीय छात्रावासों की स्थिति दयनीय है. उन्होंने बिहार के दरभंगा में आंबेडकर छात्रावास के दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि छात्रों ने कमरों के बारे में शिकायत की कि एक-एक कमरे में 6-7 छात्रों को रहने के लिए विवश किया जाता है.
उन्होंने कहा कि छात्रावास में अस्वच्छ शौचालय, असुरक्षित पेयजल, मेस सुविधाओं की कमी और पुस्तकालयों या इंटरनेट तक की उपलब्धता नहीं है.
राहुल ने कहा कि हाशिए पर रहने वाले वंचित समुदायों के छात्रों को पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्तियां मिलने में देरी हो रही हैं उदाहरण दिया कि बिहार में किसी भी छात्र को 2021-22 में छात्रवृत्ति नहीं मिली.
छात्रवृत्ति पानेवाले दलित छात्रों की संख्या वित्त वर्ष 2023 में 1.36 लाख से घटकर वित्त वर्ष 2024 में 69 हजार पर पहुंच गयी. राहुल गांधी ने कहा कि सिर्फ बिहार ही नहीं, पूरे देश में व्यापक स्तर पर यही स्थिति है.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी से आग्रह किया कि दलित, एसटी, ईबीसी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों के लिए अच्छे बुनियादी ढांचे, स्वच्छता, भोजन और शैक्षणिक सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक छात्रावास का ऑडिट कराया जाना जरूरी है.
उनके लिए पर्याप्त धन आवंटित करने की मांग उन्होंने की. राहुल ने पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति समय पर वितरित करने, छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाने की मांग की.