Search

राम बाबू का साला भी खुद को रेंजर बताकर इलाके में घूमता है

Ranchi: राम बाबू वन विभाग के इकलौते ऐसे रेंजर हैं, जिनके पास 10-10 क्षेत्र का प्रभार है. उनका साला भी इलाके में रेंजर बन कर घूमता है. राम बाबू के साले के इस कारनामे का पर्दाफाश पिछले साल बिरसा मुंडा जू के केयर टेकर संतोष कुमार महतो की मौत के बाद हुआ था. वह संतोष के गांव पहुंचकर खुद को रेंजर बता रहा था. लेकिन गांव में उसकी पोल खुल गयी. वह वहां से किसी तरह भागने में कामयाब हुआ था. इस घटना से जुड़ा एक वीडियो वायरल है.


बिरसा मुंडा जू में प्रशासनिक लापरवाही के अनेकों उदाहरण हैं. इसमें से एक उदाहरण हिप्पोपोटामस द्वारा संतोष कुमार महतो पर हमला करने के बाद हुई मौत से जुड़ा है. वर्ष 2024 में हिप्पोपोटामस ने बच्चे को जन्म दिया था. 


जू प्रबंधन ने बिना किसी तैयारी और सुरक्षा के ही बच्चे को मां से अलग करने के लिए संतोष को हिप्पोपोटामस के बाड़े में भेज दिया था. केयर टेकर के बाड़े में घुसने के बाद हिप्पोपोटामस को यह लगा कि उसके बच्चे को कोई नुकसान पहुंचायेगा. इस वजह से हिप्पोपोटामस ने केयर टेकर पर हमला कर दिया. इस हमले में केयर टेकर गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन इलाज के दौरान 28 जुलाई को उसकी मौत हो गयी.

देखें राम बाबू के साला वायरल वीडियो

 


 संतोष की मौत के बाद रेंजर राम बाबू का साला संतोष के गांव पहुंचा. उसने गांव में ख़ुद को रेंजर बताया. साथ ही केयर टेकर को मुआवजा देने के मुद्दे पर उसके पारिवारिक सदस्यों और गांव के लोगों से बात करने लगा. 


गांव को लोगों ने इस बातचीत का वीडियो बनाया. इस बीच गांव के लोगों को इस बात की जानकारी मिल गयी कि मुआवजे की बात करने गया व्यक्ति रेंजर नहीं है. इसके बाद लोगों ने नाराजगी का इजहार किया. उसे गालियां दी. मामले की गंभीरता के देखते हुए राम बाबू का साला वहां से किसी तरह निकल भागा.

Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.

 

 

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp