- सिद्धार्थ सिंघानिया और विकास अग्रवाल की तूती बोलती थी
Ranchi : रामगढ़ के डीसी और उत्पाद विभाग के आयुक्त रहे IAS अधिकारी फैज अक अहमद ने शराब घोटाला से जुड़े गहरे राज कोर्ट के सामने दिए गए अपने बयान में सामने लाए हैं. उन्होंने अपने बयान में बताया है कि उत्पाद विभाग और जेएसबीसीएल दोनों तत्कालीन सचिव विनय चौबे के पूरे कंट्रोल में था.
जब मेरी पोस्टिंग उत्पाद विभाग में बतौर आयुक्त हुई तो वहां मुझे यह पता चला कि विनय चौबे के घनिष्ठ मित्र विनय सिंह और अरविंद सिंह उत्पाद विभाग के काम में अवैध तरीके से हस्तक्षेप करते हैं और विनय चौबे के लिए पैसों की उगाही करते हैं.
विनय चौबे और सिद्धार्थ सिंघानिया के बीच भी काफी अच्छे संबंध थे और सिद्धार्थ सिंघानिया भी उत्पाद विभाग के कार्यों में अवैध तरीके से हस्तक्षेप करते थे. इन तीनों के अलावा विकास अग्रवाल नाम के एक व्यक्ति की भी उत्पाद विभाग में तूती बोलती थी और विनय चौबे की शह के कारण विकास अग्रवाल भी उत्पाद विभाग के कार्यों में अपनी टांग अड़ाते थे.
छत्तीसगढ़ की शराब से जुड़ी कंपनी ओम साईं और दीक्षिता को बिना सभी सही दस्तावेजों के करोड़ों रुपये भुगतान करने के लिए विनय चौबे ने पहले मुझपर दबाव बनाया और जब मैंने भुगतान करने से इंकार कर दिया तो उन्होंने मुझे बेइज्जत किया. फैज अक अहमद का यह बयान उन्होंने कोर्ट के सामने अपनी मर्जी से दिया है.
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