Ranchi : 20 अक्टूबर को काली पूजा है. इसके लिए मेन रोड, डोरंडा समेत विभिन्न स्थानों पर भव्य पंडाल बनाए जा रहे है. इस बार डोरंडा में मां काली पूजा में भक्ति, भव्यता और कला का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा.
श्री डोरंडा बाजार काली पूजा समिति इस वर्ष अपने 75वें वर्ष मे प्रेवश करेगा. वर्ष 1951 से लगातार यहां मां काली की पूजा होती आ रही है, और इस बार आयोजन को ऐतिहासिक स्वरूप देने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है.
इस वर्ष समिति ने अमेरिका के प्रसिद्ध श्री विष्णु मंदिर की थीम पर भव्य पंडाल बनाए जा रहे है. बंगाल के कुशल कारीगर इस आकर्षक पंडाल को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. समिति के अध्यक्ष राजू चौरसिया ने बताया कि काली पूजा पांच दिनों तक चलेगी और इसमें लगभग 60 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं.
पूजा के दौरान प्रतिदिन मां काली को खिचड़ी, सब्जी, चटनी और विभिन्न प्रकार के भाजा का भोग लगाया जाएगा. 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में आकर्षक विद्युत सज्जा, मेला की विशेष व्यवस्था की गई है.
वहीं, न्यू काली पूजा समिति, डोरंडा इस बार अपनी परंपरा को नई दिशा देने जा रही है. यह समिति राजस्थानी स्थापत्य कला की थीम पर भव्य पंडाल बना रही है. करीब 10 लाख रुपए की लागत से तैयार यह पंडाल श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहेगा.
मां काली की प्रतिमा 13 फीट ऊंची होगी, जबकि पंडाल की ऊंचाई 50 फीट, चौड़ाई 60 फीट और लंबाई 45 फीट रखी गई है. इस पूजा की शुरुआत वर्ष 1982 में हुई थी. समिति के अध्यक्ष शंभु गुप्ता, संस्थापक टापु घोष, महामंत्री अजय घोष, कोषाध्यक्ष मनोज मालाकार और अन्य 50 सदस्य आयोजन में जुटे हैं.
पंडाल के भीतर और बाहर की लाइटिंग सजावट कोलकाता की चंदन नगर टीम द्वारा की जाएगी. राजस्थानी स्थापत्य कला से इस पंडाल को सजाए जाएंगे. पंडाल के मुख्य द्वार के प्रवेश और निकासी मार्ग पर आकर्षक विद्युत लाईटें से सजाई जाएगी. करीब 40 कारीगर खड़गपुर से आकर इस पंडाल को साकार रूप दे रहे हैं. पंडाल का उद्घाटन रांची के पांच संतों के द्वारा किया जाएगा.
Leave a Comment