Ranchi : आज शाम रांची विश्वविद्यालय से फिरायालाल चौक तक छात्र संगठनों ने एकजुट होकर झारखंड राज्य विश्वविद्यालय विधेयक-2025 और विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव को समाप्त करने के निर्णय के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया. विरोध मार्च के दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनका पुतला भी दहन किया.
‘हेमंत सरकार मुर्दाबाद’, ‘विधेयक वापस लो’, ‘लोकतंत्र पर हमला बंद करो’ जैसे नारों की गूंज राजधानी की सड़कों पर सुनाई दी. इस प्रदर्शन में आजसू छात्र संघ, एबीवीपी, आइसा, आदिवासी छात्र संघ सहित कई प्रमुख छात्र संगठनों ने भाग लिया. छात्र नेताओं का कहना है कि सरकार का यह फैसला न केवल छात्र राजनीति को खत्म करने की कोशिश है बल्कि यह लोकतंत्र पर सीधा हमला है.
उन्होंने कहा कि छात्र प्रतिनिधि का चुनाव सीधे छात्रों के वोट से होना चाहिए ताकि वो जमीनी समस्याओं को समझते हुए उनके समाधान के लिए काम कर सकें. नए विधेयक के तहत प्रतिनिधियों की नियुक्ति कुलपति या प्राचार्य द्वारा की जाएगी जिससे निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं.
प्रदर्शनकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि यदि ऐसा हुआ तो प्रतिनिधि पदों पर सिफारिश और पहचान के आधार पर लोगों को बैठा दिया जाएगा जिससे छात्रहित पूरी तरह से उपेक्षित हो जाएगा.
छात्र संघों ने चेतावनी दी कि जब तक सरकार यह विधेयक वापस नहीं लेती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हेमंत सरकार राज्य में शिक्षा और लोकतांत्रिक प्रक्रिया दोनों को कमजोर करने का प्रयास कर रही है.
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