LagatarDesk : खुदरा महंगाई दर फरवरी में आठ महीने की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गयी. डेटा के अनुसार, खाने की चीजों के दाम बढ़ने के कारण खुदरा महंगाई दर लगातार नई ऊंचाई पर पहुंच गयी. फरवरी में महंगाई दर 6.07 फीसदी रही. यह लगातार दूसरे महीने आरबीआई के स्तर से ऊपर रही है. आंकड़ों के अनुसार, कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स आधारित खुदरा महंगाई फरवरी 2021 में 5.03 फीसदी रही थी. जनवरी 2022 में यह 6.01 फीसदी रही थी. इससे पहले जून 2021 में खुदरा महंगाई दर 6.26 फीसदी के ऊंच स्तर पर रही थी. राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) ने सोमवार को आंकड़ा जारी किया.
मांस और मछली में महंगाई बढ़कर 7.54 फीसदी पर पहुंची
एनएसओ द्वारा जारी सीपीआई डेटा के मुताबिक, फरवरी में खाने की चीजों में महंगाई दर 5.89 फीसदी रही. जो पिछले महीने जनवरी में 5.43 फीसदी रही थी. अनाज में महंगाई बढ़कर 3.95 फीसदी पर पहुंच गयी. जबकि मांस और मछली में महंगाई 7.54 फीसदी पर रही है. वहीं अंडों में महंगाई की दर फरवरी में 4.15 फीसदी पर रही है.
फरवरी में तेल और ऊर्जा में महंगाई दर घटी
आंकड़ों के अनुसार, सब्जियों की महंगाई 6.13 फीसदी पर रही है. जबकि मसालों की महंगाई बढ़कर 6.09 फीसदी पर पहुंच गयी. फलों में महंगाई पिछले महीने के मुकाबले 2.26 फीसदी पर स्थिर रही है. तेल और ऊर्जा में महंगाई घटकर 8.73 फीसदी हो गयी है. जो जनवरी में 9.32 फीसदी पर थी.
आरबीआई के दायरे को पार कर गयी महंगाई
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि जनवरी में महंगाई दर 6 फीसदी के करीब रहेगी. आरबीआई ने महंगाई का लक्ष्य 4 फीसदी रखा था. 2 फीसदी का मार्जिन दिया गया है. महंगाई के लिए अपर लिमिट 6 फीसदी और लोअर लिमिट 2 फीसदी थी. लेकिन एक बार फिर महंगाई रिजर्व बैंक के दायरे को पार कर गयी.
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फरवरी में थोक महंगाई दर बढ़कर 13.11 फीसदी पर पहुंची
बता दें कि इससे पहले दिन में सरकार ने होलसेल प्राइस इंडेक्स आधारित महंगाई डेटा जारी किया. यह फरवरी में बढ़कर 13.11 फीसदी पर पहुंच गयी. कच्चे तेल, खाद्य पदार्थों और अन्य चीजों की कीमतें बढ़ने के कारण यह इजाफा हुआ है.
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