Ranchi : कृषि निदेशालय में सोमवार को राज्य की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना सह कृषक पाठशाला योजना की विस्तृत समीक्षा की. बैठक में योजना की जमीनी स्थिति, संचालन में आ रही परेशानियों और समाधान के बिंदुओं पर गहन चर्चा हुई.
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि कृषक पाठशाला योजना राज्य सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की महत्वाकांक्षी फ्लैगशिप योजना है. इस योजना का उद्देश्य किसानों में देखकर सीखने की अवधारणा को विकसित करना और उन्हें व्यवहारिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराना है. उन्होंने कहा कि योजना की सफलता के लिए अधिकारियों के बीच बेहतर और सार्थक समन्वय अत्यंत आवश्यक है.
मंत्री ने कहा कि विभागीय प्रक्रियाओं को सरल बनाकर कृषक पाठशाला के संचालन से जुड़ी अड़चनों को दूर किया जा सकता है. उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि कृषक पाठशाला संचालित करने वाली एजेंसियों का दिसंबर माह तक का बकाया भुगतान सुनिश्चित किया जाए.
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य की चार से पांच बेहतर कृषक पाठशालाओं को चिन्हित कर किसानों और अन्य एजेंसियों को एक्सपोजर विजिट कराया जाएगा.
इसके साथ ही अगली समीक्षा बैठक में सभी एजेंसियों को अपनी-अपनी कृषक पाठशालाओं का वीडियो तैयार कर प्रस्तुति देने का निर्देश दिया गया, ताकि कार्य की वास्तविक स्थिति को देखा और समझा जा सके. मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जिला कृषि पदाधिकारी बिल भुगतान से पहले कृषक पाठशाला स्थलों का निरीक्षण कर कार्य का सत्यापन करेंगे.
समीक्षा बैठक में विभागीय सचिव अबू बकर सिद्दीकी, विशेष सचिव गोपाल जी तिवारी, विशेष सचिव प्रदीप हजारी, कृषि निदेशक भोर सिंह यादव सहित विभागीय अधिकारी और कृषक पाठशाला संचालक एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.
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