Samastipur : समस्तीपुर में मोहनपुर ओपी थाना प्रभारी हत्या मामले के 48 घंटे बीत चुके हैं. लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. ऐसे में एसपी विनय तिवारी ने जांच के लिए तीन एसआईटी टीम का गठन किया है. पहली एसआईटी टीम इन्वेस्टिगेशन को पूरा करेगी. दूसरी घटना में शामिल आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी करेगी. वहीं तीसरी टीम नंद किशोर यादव के मृतक परिजनों को सरकार की ओर से मिलने वाले मुआवजे की राशि को भुगतान कराने में परिवार का मदद करेगी. तीनों एसआईटी टीम का नेतृत्व तीन डीएसपी करेंगे. इसमें 10 थानाप्रभारियों को भी शामिल किया गया है. (पढ़ें, नीतीश कुमार हर बात को जलेबी की तरह घुमाते रहते, मुद्दे पर तो बात ही नहीं करते-प्रशांत किशोर)
छापेमारी करने गये थाना प्रभारी के सिर पर गोली मारी
बता दें कि उजियारपुर थाना क्षेत्र के शहबाजपुर गांव में 14 अगस्त को मोहनपुर ओपी थाना प्रभारी नंदकिशोर यादव को पशु तस्करों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. दरअसल मोहनपुर ओपी क्षेत्र में लगातार भैंसों की चोरी हो रही थी. इसको लेकर एक भैंस के मालिक ने थाना में मामला दर्ज कराया था. जिस पर संज्ञान लेते हुए मोहनपुर ओपी अध्यक्ष नंदकिशोर ने तीन पशु चोरों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार चोरों ने पूछताछ में बताया था कि एक ट्रक में भैंस को लादकर ले जाया जा रहा है, सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जब वो टीम के साथ छापेमारी करने पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद अपराधियों (पशु चोर) ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी. एक गोली उनके सिर में लगी. जिससे वो बुरी तरह घायल हो गये. आनन-फानन में उन्हें पटना के आईजीआईएमएस में भर्ती कराया गया, जहां 15 अगस्त को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी.
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