Guwahati : असम की एक दिवसीय यात्रा पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज सोमवार को हिमंता बिस्वा सरमा सरकार की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों से एक लाख बीघा से ज्यादा जमीन खाली करवाई है.
#WATCH | Nagaon, Assam | Union Home Minister Amit Shah says, "The BJP resolves to remove all infiltrators from the entire country...Was it right that Bangladeshi infiltrators were there at this place of Sankardeva? I congratulate Himanta Biswa Sarma for removing the infiltrators… pic.twitter.com/NPeNI6aEEe
— ANI (@ANI) December 29, 2025
उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ असम से ही नहीं, पूरे भारत में बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करेगी, उन्हें निकालेगी. अमित शाह ने कहा, भाजपा ने देश भर से सभी घुसपैठियों को हटाने का संकल्प लिया है.
उन्होंने असम के संदर्भ में कहा कि हमने यहां उग्रवादी संगठनों के साथ शांति समझौते किये हैं. कहा कि इन समझौतों की 92फीसदी शर्तें पूरी की जा चुकी हैं.
इससे पहले अमित शाह ने असम के नगांव जिले में वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान बटाद्रवा का उद्घाटन किया. इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और पवित्र मार्गेरिटा सहित राज्य के संस्कृति मंत्री बिमल बोरा मौजूद थे
बोरदुरवा में आयोजित जनसभा में अमित शाह ने कहा, वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है. बताया कि शंकरदेव की इस जगह पर बांग्लादेशी घुसपैठियों का कब्जा था.
श्री शाह ने कहा, वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव ने एक भारत का आह्वान किया था, जिसका अब पीएम नरेंद्र मोदी उस मार्ग पर चल रहे हैं.
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इतने वर्षों तक राज किया, लेकिन उसने असम आंदोलन में जान देने वालों के लिए कुछ नहीं किया. कहा कि कांग्रेस पार्टी वर्षों तक घुसपैठियों को आगे बढ़ाती रही 1983 में आईएमडीटी एक्ट लाकर कांग्रेस ने घुसपैठियों को यहां बसाने का कानूनी रास्ता बनाया.'
केंद्रीय गृहमंत्री ने भारत रत्न गोपीनाथ का जिक्र करते हुए कहा, मैं भारत रत्न गोपीनाथ जी को बड़ी श्रद्धा के साथ याद करता हूं, उन्होंने पंडित जवाहर लाल नेहरू को असम को भारत में रखने के लिए विवश कर दिया. कहा कि गोपीनाथ जी न होते तो शायद असम और पूरा उत्तर पूर्व आज भारत के हाथ से निकल जाता.
अहम बात यह रही कि असम पहुंच कर सबसे पहले गृह मंत्री ने गुवाहाटी में शहीद स्मारक क्षेत्र' में घुसपैठियों के खिलाफ असम आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उसके बाद श्री शाह ने संत शंकरदेव के जन्मस्थान का पुनर्विकास के बाद उद्घाटन किया. वे केंद्रीय भवन पहुंचे, जहां 'गुरु का आसन रखा हुआ है.
अमित शाह गुवाहाटी लौट कर गुवाहाटी पुलिस कमिश्नरेट के 111 करोड़ रुपये के नये भवन और 189 करोड़ रुपये के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (ICCS) का उद्घाटन करेंगे. दिल्ली रवाना होने से पूर्व गुवाहाटी में 291 करोड़ रुपये के ज्योति बिष्णु सांस्कृतिक परिसर का उद्घाटन करेंगे.
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