Ranchi: राजधानी के रातू रोड स्थित एक अल्पसंख्यक स्कूल में बड़ा मामला सामने आया है. यहां छात्राओं ने अपने ही शिक्षक अभिषेक कुमार सिन्हा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि आरोपी टीचर छात्राओं को वीडियो कॉल कर कपड़े उतारने के लिए मजबूर करता था और होटल ले जाने की बात करता था. अब तक 15 से अधिक छात्राएं इस तरह की शर्मनाक हरकतों का शिकार हो चुकी हैं. यहां तक कि एक छात्रा स्कूल आना ही छोड़ चुकी है, क्योंकि आरोपी उसे होटल तक ले गया था.
सोशल मीडिया से खुला मामला, प्रशासन अलर्ट
जब यह मामला सोशल मीडिया पर सामने आया तो पूरे जिले में हड़कंप मच गया. रांची के उपायुक्त (DC) मंजूनाथ भजंत्री ने तुरंत संज्ञान लिया और जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) एवं जिला शिक्षा अधीक्षक (DSE) को जांच करने का आदेश दिया.
DSE ने दिए सख्त निर्देश, कोई छुट्टी नहीं
आज सुबह करीब 10:30 बजे DSE रांची बादल राज खुद स्कूल पहुंचे. उन्होंने प्राचार्य और शिक्षकों से बातचीत की और सख्त आदेश दिया कि जांच पूरी होने तक कोई भी शिक्षक छुट्टी पर नहीं जाएगा. इसके साथ ही तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी गई है.
बनी जांच समिति – 3 अफसर शामिल
इस मामले की जांच के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक (DSE) ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है. इसमें शामिल हैं –
1. सीमा कुमारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, ओरमांझी
2. राजेश कुमार, प्रधानाध्यापक सह- निकासी एवं व्यय पदाधिकारी, उच्च विद्यालय बोड़ेया, कांके
3. राकेश मिश्रा, प्रधानाध्यापक सह- निकासी एवं व्यय पदाधिकारी, उच्च विद्यालय बिजुलिया रातू
इन सभी अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि 48 घंटे के भीतर जांच पूरी कर रिपोर्ट जिला शिक्षा अधीक्षक को सौंपी जाए.
बच्चों को किया जागरूक
DSE ने महिला शिक्षिकाओं से कहा कि बच्चों को गुड टच–बैड टच, यौन शोषण से बचाव और इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग सिखाया जाए. वे खुद भी बच्चों से मिले और उनकी बातों को गंभीरता से सुना.
आरोपी शिक्षक का फोन बंद, पढ़ाने पर रोक
जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी शिक्षक का मोबाइल फोन फिलहाल बंद है और वह स्कूल भी नहीं आ रहा है. स्कूल प्रबंधन को आदेश दिया गया है कि आरोपी शिक्षक को किसी भी कक्षा को पढ़ाने की अनुमति न दी जाए.
48 घंटे में रिपोर्ट अनिवार्य
DSE बादल राज ने साफ चेतावनी दी है कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो आरोपी शिक्षक को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर जिला शिक्षा अधीक्षक को सौंपनी होगी.
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