Ranchi : सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा अपनी कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी पहल के तहत संचालित सीसीएल के लाल और सीसीएल की लाडली योजना के 2026-28 सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया की घोषणा कर दी गई है. यह योजना वर्ष 2012 से निरंतर संचालित की जा रही है और इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन मेधावी विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क गुणवत्तापूर्ण सुविधा उपलब्ध कराना है.
इस योजना के तहत चयनित छात्रों को रांची स्थित सीसीएल अध्ययन केंद्र में आईआईटी एलुमनाई सीसीएल अधिकारियों द्वारा इंजीनियरिंग कोचिंग प्रदान की जाती है. साथ ही विद्यार्थियों को गांधीनगर स्थित डीएवी स्कूल में सीबीएसई पैटर्न के अंतर्गत 11वीं और 12वीं की स्कूली शिक्षा दी जाती है. छात्रों के लिए आवास की भी अलग-अलग व्यवस्था की गई है, जिसमें लड़कों को सीसीएल के लाल हॉस्टल, सीसीएल कॉलोनी गांधीनगर में और लड़कियों को सीसीएल कॉलोनी जवाहरनगर में आवास उपलब्ध कराया जाता है. सभी छात्रों को पौष्टिक भोजन की सुविधा भी नि:शुल्क दी जाती है.
योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को ऑल इंडिया टेस्ट सीरीज में शामिल किया जाता है, जिससे वे राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा के अनुरूप अपनी तैयारी का मूल्यांकन कर सकें. इसके अलावा समय-समय पर अभिभावक और शिक्षक बैठकें आयोजित की जाती हैं, ताकि छात्रों की शैक्षणिक प्रगति और समग्र विकास पर चर्चा की जा सके.
2026-28 सत्र के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन रखी गई है. ऑनलाइन आवेदन 1 जनवरी 2026 से 31 जनवरी 2026 तक स्वीकार किए जाएंगे. आवेदन के लिए अभ्यर्थियों का वर्ष 2026 में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. साथ ही आवेदक या उनके अभिभावक का सीसीएल के कमांड एरिया, यानी किसी सीसीएल प्रतिष्ठान से 25 किलोमीटर की परिधि में निवास करना आवश्यक है. वार्षिक पारिवारिक आय की सीमा आठ लाख रुपये निर्धारित की गई है, हालांकि यह शर्त सीसीएल कर्मियों के आश्रितों पर लागू नहीं होगी.
इस सत्र में कुल 40 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा, जिनमें सीसीएल के लाल के लिए 20 और सीसीएल की लाडली के लिए 20 सीटें निर्धारित हैं. आरक्षण झारखंड सरकार के प्रचलित नियमों के अनुसार लागू होगा. चयन प्रक्रिया के तहत केंद्र आधारित ऑफलाइन ओएमआर प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी. प्रवेश परीक्षा के आधार पर अस्थायी मेधा सूची जारी की जाएगी, जिसके बाद दस्तावेज सत्यापन के पश्चात अंतिम चयन किया जाएगा.
प्रवेश परीक्षा का पाठ्यक्रम सामान्य अभिरुचि एवं तर्कशक्ति, भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित पर आधारित होगा, जिसमें कक्षा दसवीं स्तर के प्रमुख अध्याय शामिल किए गए हैं.सीसीएल अधिकारियों के अनुसार यह योजना अब तक कई सफल परिणाम दे चुकी है. योजना से जुड़े छात्र आईआईटी, एनआईटी सहित देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश पा चुके हैं और वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं.
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