Latehar : जिले में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी आने लगे हैं. लातेहार पुलिस अधीक्षक (एसपी) कुमार गौरव ने भी स्पष्ट किया है कि पुलिस का अभियान नक्सलियों के पूर्ण सफाए तक जारी रहेगा.
उन्होंने जोर देकर कहा कि लातेहार में अब नक्सलियों की संख्या नगण्य रह गयी है और सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाकर मुख्यधारा में लौटना ही उनका एकमात्र विकल्प है.
एसपी गौरव ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार द्वारा प्रदत्त सभी सुविधाओं का लाभ देने का आश्वासन दिया, ताकि वे अपने परिवार के साथ एक सामान्य और खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकें.
हालांकि, उन्होंने चेतावनी भी दी कि जो नक्सली हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे, उनके खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
तीन बड़े इनामी नक्सलियों के मारे जाने से संगठन बैकफुट पर
गौरतलब है कि लातेहार जिले में हाल में हुई घटनाओं ने नक्सली संगठनों को बुरी तरह झकझोर दिया है और वे अब बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. पिछले महीने पुलिस ने दो अलग-अलग मुठभेड़ में तीन बड़े इनामी नक्सलियों को मार गिराया है, जिससे उनकी कमर टूट गई है.
मारे गए नक्सलियों में 10 लाख रुपये का इनामी जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा, 5 लाख रुपये का इनामी प्रभात गंझू और 5 लाख रुपये का इनामी माओवादी कमांडर मनीष यादव शामिल हैं.
इसके अतिरिक्त, पुलिस ने कई अन्य नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया है, जिनमें 10 लाख रुपये का इनामी कुंदन सिंह खरवार भी शामिल है. इन सफल कार्रवाइयों से नक्सली संगठनों में भय और हताशा का माहौल है.
सूत्रों के अनुसार, पुलिस की कार्रवाई के बाद कई छोटे नक्सली इतने भयभीत हो गये हैं कि वे संगठन से दूरी बनाने की सोचने लगे हैं . वहीं कुछ आत्मसमर्पण करने की योजना भी बना रहे हैं.
यदि यह सिलसिला इसी तरह जारी रहा, तो लातेहार जल्द ही नक्सल मुक्त जिला बन जाएगा. पुलिस, प्रशासन और आम जनता के सहयोग से नक्सल मुक्त होने का लक्ष्य जल्द ही साकार हो सकता है.
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