Ranchi : प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा है कि बहुत अफसोस की बात है कि अभी हाल में केंद्र सरकार ने मनरेगा पर बुलडोजर चला दिया. न सिर्फ महात्मा गांधी का नाम हटाया बल्कि मनरेगा का पूरा स्वरूप बिना विचार-विमर्श किये विपक्ष को बिना विश्वास में लिये अहंकार में बदल दिया.
कांग्रेस का मनरेगा को लाने और लागू करने में बड़ा योगदान था लेकिन यह पार्टी से जुड़ा मामला कभी नहीं था. यह देशहित और जनहित से जुड़ी योजना थी. मोदी सरकार ने इस कानून को कमजोर करके देश के करोड़ो किसानों, श्रमिकों और भूमिहीन ग्रामीण वर्ग के हितों पर हमला किया है.
20 साल पहले मनरेगा कानून पास हुआ था
केशव महतो ने कहा कि आज से 20 साल पहले डॉ मनमोहन सिंह अपने प्रधानमंत्रीत्व काल में संसद से मनरेगा कानून सर्वसम्मति से पास किया था.
यह ऐसा क्रांतिकारी कदम था जिसका फायदा करोड़ो ग्रामीण परिवारों को मिला था, खासतौर पर वंचित शोषित गरीब और अति गरीब लोगों के लिए रोजी-रोटी का जरिया बना.
कांग्रेस समाज के वंचित वर्गों, श्रमिकों एवं गरीब वर्गों की आवाज है और हम सड़क से लेकर सदन तक इसका विरोध करते रहेंगे.
इसी बाबत झारखंड में 21 दिसंबर को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में व्यापक रूप से धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया है. जो इस अहंकारी सरकार को मजबूर करेगा इसे वापस लेने को. जैसे हमने तीन कृषि काले कानून को वापस कराया उसी प्रकार इस अहंकारी निर्णय को भी हम वापस करवाकर ही रहेंगे.
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