New Delhi : राजस्थान और मध्य प्रदेश में कफ सीरप पीने से बच्चों की मौत का मामला वैश्विक हो चला है. खबर है कि इस मामले में वैश्विक स्वास्थ्य संस्था (WHO) ने केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है. WHO ने बुधवार देर रात जारी बयान में कहा कि वह कथित मौतों से बेहद दुखी है. कहा कि स्थिति पर उसकी कड़ी नजर है. पूछा है कि क्या देश में बच्चों की मौत से जुड़ा कफ सीरप दूसरे देशों को निर्यात किया गया था?
खबरों के अनुसार WHO ने एक अक्टूबर को भारत के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) से संपर्क कर दूषित कफ सीरप व उसके कारण हुई मौतों के लेकर स्पष्टीकरण चाहा था. सूत्रों के अनुसार CDSCO ने 8 अक्टूबर को तीन ओरल (कफ) सीरप के नमूनों में डीईजी की उपस्थिति की पुष्टि की. भारतीय कंपनियों द्वारा बनाई गयी कम से कम तीन ओरल सीरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) पाया गया है.
जानकारी जो सामने आयी है, उसके अनुसार कोल्ड्रिफ कफ सीरप पीने से मध्य प्रदेश में पांच बच्चों की हालत गंभीर है. डायथिलीनग्लाइकॉल (डीईजी) और एथिलीनग्लाइकॉल (ईजी) युक्त दूषित कफ सीरप पीने से अब तक 20 बच्चों की मौत हो गयी है. इसके अलावा राजस्थान के विभिन्न शहरों में भी कफ सीरप के सेवन से 3 बच्चों की मौत हुई है. कई का इलाज चल रहा है.
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