- कुछ दलाल आपलोग के तरफ से तो कुछ पदाधिकारी पैदा कर देते हैं
- हम सरकारी महकमा से दलालों को उखाड़ फेकेंगे
- कुछ दिनों में कार्यव्यवस्था में रहेगी कड़ी नजर
- कोई बचेगा नहीं, जो गलत करेगा जेल की हवा खाएगा
- नौकरी भी होगा और स्वरोगार भी पैदा होगा
Ranchi: सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि हमें दलालों का दरवाजा बंद करना होगा. इसमें सभी का सहयोग जरूरी है. कुछ दलाल आपलोगों की तरफ से तो कुछ दलाल पदाधिकारी पैदा कर देते हैं. हम सरकारी महकमा से दलालों को उखाड़ फेकेंगे. कुछ दिनों में कार्यव्यवस्था पर कड़ी नजर रहेगी. कोई बचेगा नहीं. जो गलत काम करेगा जेल की हवा खाएगा.
सीएम गुरुवार को शहीद सोबरन सोरेन के 68वें शहादत दिवस पर लुकैयाटांड़ में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि कई लोग अभी तक अपने क्षेत्र के बीडीओ, सीओ, एसपी-डीएसपी को नहीं जानते हैं. आने वाले पांच साल के अंदर आंख-कान और नाक इस राज्य के हरेक गांव में होगा. ये पूरा साल दिशोंम गुरु शिबू सोरेन को समर्पित है.

समय पर काम नहीं हुआ तो पदाधिकारी को मिलेगा दंड
सीएम ने कहा कि सरकार क्या काम कर रही है, यह हरेक घर को पता चलेगा. कई ऐसे काम हैं, जिसके लिए भटकने की जरूरत नहीं है. जाति, आय, मृत्यु प्रमाण पत्र, दाखिल–खारिज, जमीन की मापी सहित कई ऐसे काम हैं, जिसे पदाधिकारियों को समय सीमा के अंदर करना है.
समय पर काम नहीं हुआ तो पदाधिकारी को दंड मिलेगा. यह गांव की सरकार है. कई ऐसे रास्ते हैं, जिससे राज्य के सर्वांगीण विकास के रास्ते खोले जा सकते हैं. 28 नवंबर को सरकार का एक साल पूरा हो रहा है. लगभग 10 हजार से अधिक नौ जवानों को नौकरी दी जाएगी. नौकरी भी होगा और स्वरोजगार भी पैदा होगा.
युवा हो चुका है झारखंड
सीएम ने कहा कि झारखंड युवा हो चुका है. नौजवानों को अपने कंधे मजबूत करने होंगे. जिससे हमारे मार्गदर्शक और नेतृत्वकर्ताओं ने जो सपना देखा था, उसे पूरा किया जा सके. जिस क्षेत्र में जो भी कार्यरत है, उसे आगे बढ़ाने के लिए उस पर लगना होगा. झारखंड के अधिकतर लोगों का जीवन यापन खेती-बाड़ी से होता है. इस विषय पर भी काम करना है. किसान खुशहाल तभी होगा जब वह अपनी श्रम शक्ति और खेती-बाड़ी की ताकत से अपना परिवार चला पाए.
आज सवा तीन करोड़ लोगों में से आधी आबादी को अपने पैरों पर खड़ा करने का काम हो रहा है. आने वाली पीढ़ी को भी मजबूती प्रदान करने का काम शुरू कर दिया गया है. महिलाएं सरकार की योजनाओं को तेजी से अपना कर स्वालंबी बन रही हैं. नौजवानों के लिए अलग-अलग कार्ययोजना तैयार की जा रही है.
दिल्ली, मुंबई और गुजरात से बेहतर झारखंड बनाना है
अगले 50 साल के अंदर झारखंड को दिल्ली, मुंबई और गुजरात से बेहतर बनाना है.हमलोगों को पूरी एकजुटता के साथ प्रदेश के सर्वांगीण विकास का हिस्सा बनना होगा. राज्य के अलग-अलग जगहों पर कई ऐसे वीर सपूत जन्म लिए. आदिवासी मूलवासी के साथ जल जगंल जमीन के हक अधिकार के लिए नेतृत्व किया. वीरों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर अपनी आवाज बुलंद रखी. कई ऐसे वीर सपूत रहे जिसे सामंती विचार वालों ने उनको खत्म कर दिया या जेल में सड़ाकर खत्म कर दिया या फांसी दे दी.
इन वीर सपूतों ने झारखंड को अपने खून से सींचा है. आज हमलोगों के बीच दिशोंम गुरु शिबू सोरेन नहीं हैं. ये कहा जाए कि एक युग का अंत हो गया. एक लंबे सफर को मंजिल तक पहुंचा कर एक ताकत देते हुए हक और अधिकार को पहचानने की शक्ति दी. ये लोग विधि के विधान के अनुरूप पने-अपने जगहों पर चले गए. अब जीवन के आगे की लड़ाई खुद से लड़नी है. हमें एकजुटता के साथ प्रदेश के सर्वांगीण विकास का हिस्सा बनना होगा.
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