Patna : राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बीते 20 वर्षों में राज्य की उच्च शिक्षा प्रणाली को लगातार नजरअंदाज किया गया, जिससे पटना यूनिवर्सिटी जैसी ऐतिहासिक संस्थान का बुनियादी ढांचा पूरी तरह चरमरा गया है.
20 साल में 56 वोकेशनल कोर्स बंद
तेजस्वी ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट शेयर कर लिखा कि 20 साल पहले पटना यूनिवर्सिटी में 70 वोकेशनल कोर्स संचालित होते थे. लेकिन नीतीश-मोदी सरकार की उपेक्षा के चलते 20 सालों में 56 कोर्स बंद हो चुके हैं.
उन्होंने तंज कसते हुए सवाल किया कि हे मंगलराज वाले छात्र-युवा विरोधी डबल इंजन पर सवार शिक्षा के दुश्मनों, क्या आप जानते है किन कारणों से ये वोकेशनल कोर्स बंद हुए है. नहीं जानते हैं तो जानिए.
तेजस्वी ने वोकेशनल कोर्स बंद होने का कारण शिक्षकों की कमी, लैब और पुस्तकालय जैसी बुनियादी सुविधाओं की अनुपलब्धता, प्लेसमेंट सेल का अभाव, महंगी फीस और सरकारी अनुदान की कमी को बताया.
शिक्षा नहीं, नफरत का ट्यूशन दे रही सरकार
तेजस्वी ने बीजेपी-नीतीश की डबल इंजन सरकार पर 108 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक पटना यूनिवर्सिटी को बर्बाद करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू गठबंधन ने युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नौकरी देने के बजाय नफरत, झूठ, हिंसा, हिंदू-मुस्लिम की राजनीति में उलझाया है.
जब से इन लोगों ने जुमलेबाजी वाला संघी ट्यूशन देना शुरू किया है, तब से शिक्षा व्यवस्था और नौकरी-रोजगार चौपट है.
नई सोच और विजन वाली सरकार की जरूरत
तेजस्वी ने कहा कि बिहार को आज एक ऐसी सरकार की जरूरत है, जो नई सोच, नए विजन और नई दृष्टि वाली हो. उन्होंने लोगों से अपील की कि दो पीढ़ियों को बर्बाद करने वाली इस भ्रष्ट एनडीए सरकार को हटा कर बिहार में गतिशील, प्रगतिशील और जीवंत युवा सरकार लाएं. चाहिए.
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