Ranchi : भगवान बिरसा मुंडा जेल पार्क के सामने शहर का इकलौता टेकर स्टैंड वर्षों से गंदगी की मार झेल रहा है. यहां करीब 85 टेकर रोजाना रामगढ़ से ओरमांझी रूट पर चलते हैं. सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे तक यात्री यहां से सफर करते हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है.
ड्राइवरों से वसूली, सुविधाएं शून्य
हर टेकर ड्राइवर से रोजाना 50 रुपये वसूल लिया जाता है. यानी हर दिन करीब 2000 रुपये और महीने भर में लगभग 60 हजार रुपये नगर निगम को जमा होता है. इसके बावजूद न पीने का पानी, न यात्रियों के बैठने की व्यवस्था.
कचरे का अड्डा बना स्टैंड
स्टैंड में नगर निगम द्वारा शहर का कचरा डंप किया जा रहा है. ड्राइवरों और यात्रियों का कहना है कि बदबू से सांस लेना मुश्किल हो जाता है. न तो ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव होता है और न ही सफाई होती है. जगह-जगह मच्छरों का आतंक है. हालात ऐसे हैं कि कई ड्राइवर मजबूरी में शहर में किराये का मकान लेकर रहने लगे हैं.
कोरोना के बाद डंपिंग का बना ठिकाना
लॉकडाउन के बाद से ही यहां कचरा डंपिंग का ठिकाना बना दिया गया है. यात्रियों को मजबूरी में मास्क लगाकर वाहन का इंतजार करना पड़ता है.
जेल पार्क के सामने चलता है दारू का धंधा
स्टैंड से सटे बिरसा मुंडा जेल पार्क के सामने दिनभर खुलेआम महुआ शराब बिक रही है. शराबियों का जमघट रोज लगता है. यह इलाका धीरे-धीरे शराबियों का अड्डा बन चुका है, लेकिन जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं
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