Ranchi: राज्य में अब वायरस की नो-इंट्री होगी. इसके लिए राज्यभर में 5 मोबाइल एयर क्वालिटी सुपरविजन स्टेशन रन करेंगे. ये मोबाइल एयर क्वालिटी सुपरविजन स्टेशन आइपीएस प्रणाली से युक्त होंगे. जो वायरस के घुसपैठ को रोकेंगे. ये स्टेशन बैंडविड्थ प्रबंधन और मॉनिटरिंग और रिपोर्टिंग सिस्टम से लैस होंगे.
झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मोबाइल एयर क्वालिटी सुपरविजन स्टेशन के लिए टेंडर जारी कर दिया है. इसमें टेंडर लेने वालों कावार्षिक कारोबार पिछले 3 वित्तीय वर्षों में से कम से कम एक वर्ष के दौरान 50 करोड़ रुपये या उससे अधिक होना चाहिए.
क्या होगी एयर क्वालिटी सुपरविजन स्टेशन की विशेषताएं
• वायरस, वर्म, ट्रोजन का पता लगाना और हटाना
• स्वचालित वायरस सिग्नेचर डेटाबेस अपडेट
• रियल टाइम ब्लैकलिस्ट
• एमआइएमइ हेडर जांच
• स्पैम मेल को समर्पित ईमेल पते पर रिडायरेक्ट करना
• इमेज-स्पैम फ़िल्टर
• स्पैम सूचना
• वायरस प्रकोप सुरक्षा
क्या काम करेगी चयनित एजेंसी
• पूरे दिन सुरक्षा एजेंसी की नियुक्ति के माध्यम से स्थल और उपकरणों की सुरक्षा की व्यवस्था करेगा.
• एजेंसी स्टेशन के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक बिजली और टेलीफोन कनेक्शन मोडेम आदि की भी व्यवस्था करेगा.
• एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा 24 घंटे कार्य किया जाना अनिवार्य है.
• एजेंसी को स्थल और उपकरणों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा एजेंसी नियुक्त करनी होगी.
• एजेंसी को उपकरणों और सुविधाओं का बीमा करवाना होगा.
• वेब और एप्लिकेशन फ़िल्टरिंग में विशिष्ट विशेषताएं होनी चाहिए.
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