Ranchi : हर साल 9 अगस्त को मनाए जाने वाले विश्व आदिवासी दिवस को इस बार आदिवासी छात्र संघ सादगी और श्रद्धा के साथ मनाएगा. संघ की अध्यक्ष दीपिका कच्छप ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से पूरा आदिवासी समाज मर्माहत है. ऐसे समय में उत्सव की बजाय उन्हें श्रद्धांजलि देना हमारी प्राथमिकता है.
आदिवासी दिवल पर छात्र संघ ने शिबू सोरेन की स्मृति में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है. दीपिका ने बताया कि यह सिर्फ एक पौधा नहीं, बल्कि गुरुजी के विचारों और संघर्ष की जड़ें होंगी, जिसे आदिवासी समाज आने वाली पीढ़ियों तक जीवित रखेगा.
संघ की अध्यक्ष ने बताया कि हम स्मृति वृक्ष के जरिए यह संकल्प लेंगे कि गुरुजी के दिखाए रास्ते पर चलेंगे और आदिवासी अधिकारों की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे. इसका उद्देश्य लोगों को संदेश देना कि आदिवासी समाज की जड़ें जितनी गहरी होंगी, वह उतना ही ऊंचा उठेगा.
कार्यक्रम के दौरान छात्र संघ के सभी सदस्य पारंपरिक पोशाक में भाग लेंगे और एक संकल्प पत्र पढ़कर दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. संघ का कहना है कि यह पहल आदिवासी समाज की संस्कृति, अस्तित्व और आत्मसम्मान को सहेजने और आगे बढ़ाने की दिशा में एक प्रतीकात्मक लेकिन मजबूत कदम होगा.
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