Ranchi : सीसीएल (Central Coalfields Limited) में खदानों में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटकों और ब्लास्टिंग तकनीक पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आज से शुरू हुई. यह कार्यक्रम 14 और 15 नवंबर तक चलने वाला है. यह संगोष्ठी DGMS (महानिदेशालय खान सुरक्षा) के सहयोग से आयोजित की गई है.
संगोष्ठी की शुरुआत DGMS के महानिदेशक उज्ज्वल ताह और अन्य मुख्य अतिथियों ने दीप जलाकर की. कार्यक्रम में कोल इंडिया और सीसीएल के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे.
कार्यक्रम की शुरुआत डीएवी गांधीनगर के छात्रों द्वारा गणेश वंदना से हुई. इसके बाद कोल इंडिया का गीत प्रस्तुत किया गया. सीसीएल ने सभी मेहमानों का स्वागत किया.
इस संगोष्ठी का उद्देश्य
- खदानों में काम को ज्यादा सुरक्षित बनाना
- नई ब्लास्टिंग तकनीकों के बारे में जानकारी देना
- भविष्य में खदानों में तकनीक के बेहतर उपयोग पर चर्चा करना है.
पहले दिन तीन तकनीकी सत्र हुए. इसमें देश भर से आए विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने ब्लास्टिंग कैसे की जाए, सुरक्षा कैसे बढ़ाई जाए, नए तरह के विस्फोटक कैसे काम करते हैं, और खनन में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की. इस दौरान कोल इंडिया के निदेशक (तकनीकी) अच्युत घटक ने विभिन्न कंपनियों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भी उद्घाटन और निरीक्षण किया.
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