New Delhi : उन्नाव रेप केस मामले में पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाई कोर्ट से जमानत मिलने पर राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गयी है. साथ ही सामाजिक संगठनों में उबाल है. इतना ही नहीं, कोर्ट ने सेंगर की उम्रकैद की सजा पर भी रोक लगा दी है.
क्या एक गैंगरेप पीड़िता के साथ ऐसा व्यवहार उचित है?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 24, 2025
क्या उसकी “गलती” ये है कि वो न्याय के लिए अपनी आवाज़ उठाने की हिम्मत कर रही है?
उसके अपराधी (पूर्व BJP MLA) को ज़मानत मिलना बेहद निराशाजनक और शर्मनाक है - खासकर तब, जब पीड़िता को बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा हो, और वो डर के… https://t.co/BZqrVNXMOy
इस फैसले का पीड़िता ने विरोध किया है. कहा कि वह हाई कोर्ट के निर्णय से बेहद दुखी हैं. उनकी इच्छा हो रही है कि वह खुदकुशी कर लें, लेकिन परिवार और बच्चों को देखते हुए उसने न्याय के लिए संघर्ष जारी रखने का फैसला किया.
पीड़िता ने कहा कि अगर ऐसे रेपिस्टों को जमानत दी जाती रही तो अन्य बहन-बेटियों को न्याय नहीं मिल पायेगा. उनकी हिम्मत टूट जायेगी.
एक बात और कि इंडिया गेट पर 2017 उन्नाव रेप केस की पीड़िता की मां और एक्टिविस्ट योगिता भयाना को पुलिस ने प्रदर्शन वाली जगह से हटा दिया. वे दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा दोषी कुलदीप सिंह सेंगर की सजा पर रोक लगाये जाने के फैसले का विरोध कर रही थीं.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी उन्नाव रेप केस में कुलदीप सिंह सेंगर को जमानत मिलने पर नाराजगी जताई है, उन्होंने कहा कि अपराधी को जमानत मिलना शर्मनाक और निराशाजनक है.
राहुल गांधी ने कहा कि जब पीड़िता डर के साये में जी रही हो तो जमानत मिलना और शर्मनाक है. आरोप लगाया कि पीड़िता को बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा है. बलात्कारियों को जमानत देना कैसा न्याय है?
पूछा कि क्या गैंगरेप पीड़िता के साथ ऐसा व्यवहार उचित है? क्या न्याय के लिए आवाज उठाना उसकी गलती है? इसी बीच खबर आयी है कि उन्नाव रेप केस की पीड़िता ने राहुल गांधी से मुलाकात की है.



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