New Delhi : लोकसभा में वंदे मातरम राष्ट्रगीत के 150 साल पूरे होने के अवसर पर पीएम मोदी द्वारा दिया गया भाषण कांग्रेस को रास नहीं आया.अपनी बारी आने पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पीएम मोदी पर पलटवार किया.
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के आज के भाषण से ऐसा लग रहा था, जैसे उनके(पीएम मोदी) राजनीतिक पूर्वज ही अंग्रेजों से लड़ रहे थे. आरोप लगाया कि पीएम वंदे मातरम को राजनीतिक रूप से विवादित बनाना चाहते हैं.
गौरव गोगोई ने हमलावर होते हुए कहा, आप (पीएम) हर बार नेहरू जी और कांग्रेस पर निशाना साधते हैं, लेकिन आप कितनी भी कोशिश कर लें, नेहरू जी पर दाग नहीं लगा पायेंगे. गोगोई ने कहा, आप 1937 के कांग्रेस अधिवेशन का जिक्र करते हैं.
लेकिन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के संमय आपके राजनीतिक पूर्वज कहां थे? गौरव गोगोई के अनुसार मुस्लिम लीग ने उस समय वंदे मातरम का पूर्ण बहिष्कार करने की मांग की थी.
लेकिनकांग्रेस नेता मौलाना अबुल कलाम आजाद ने कहा था, मुझे वंदे मातरम से कोई आपत्ति नहीं. यही फर्क है हमारे मौलाना आजाद और मुस्लिम लीग में. आरोप लगाया कि उस समय हिंदू महासभा ने भी वंदे मातरम की आलोचना कर रहे थे.
गौरव गोगोई के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव वंदे मातरम् पर चर्चा में शामिल हुए. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष(राजग सरकार) हर चीज पर कब्जा करना चाहता है.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा वाले हर बात का श्रेय लेना चाहते हैं. जो महापुरुष इनके नहीं हैं, (कांग्रेस के हैं) ये उन्हें भी कब्जाने की कोशिश करते हैं. तंज कसा कि पीएम की बातों से ऐसा लगता है कि वंदे मातरम इन्हीं का बनवाया हुआ गीत है. कहा रि वंदे मातरम् सिर्फ गाने के लिए नहीं, निभाने के लिए भी है.
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