Dhanbad : जिले के बलियापुर प्रखंड के प्रधानघंटा पंचायत के गोपीनाथडीह में वैक्सीन देने आये लोगों को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मियों से अभद्र भाषा में बात करते हुए कहा कि वैक्सीन देकर उन्हे बुखार, बदन दर्द जैसी तकलीफ दी जा रही है. लोगों ने यह भी कहा कि अगर जो व्यक्ति वैक्सीन लेने से मना कर रहा है उसे सरकारी सुविधा से वंचित करने की बात कही जा रही है. जिसके डर से लोगों ने वैक्सीन लिया. वैक्सीन लेने के बाद सब की तबीयत खराब हो रही है.
कोरोना से नहीं भूख से मर रहे है
कुछ महिलाओं का कहना है कि यहां कोरोना का कोई असर नहीं है. हम लोगों कोरोना से नहीं भूख से मर रहे है. हम लोगों को खाने की किल्लत है. और कोरोना के नाम पर वैक्सीन देखकर अच्छे भले लोगों को मारा जा रहा है.
सरकारी राशन के लिए भी मांगे जा रहे है पैसे
वहीं कुछ और ग्रामीणों का कहना है कि उन लोगों के पास गुजर बसर करने के लिए कोई साधन नहीं है. जिसे उन्हे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं जन वितरण प्रणाली का लाभ लेने के लिए अगर जन वितरण प्रणाली की दुकान में जाते हैं तो उनसे 200 रुपए मांगा जाता है हम लोग कहां से इतने पैसे देंगे. जिस वजह से हम लोग को राशन तक नहीं मिल पा रहा है और ना ही वृद्धा पेंशन मिल रहा है. तमाम सरकारी सुविधा से वंचित रहना पड़ता है. जिससे खाने को लाले पड़े हुए हैं. नेता लोग वोट मांगने तो चले आते हैं लेकिन वोट लेने के बाद हमें अपने ही हाल पर छोड़ कर चले जाते हैं.
लॉकडाउन की वजह से काम हुआ ठप
वही गांव के लोगों टोकरी और सूप बना कर अपना भरण पोषण करते है. लॉकडाउन के कारण वह भी नहीं हो पाता है. इस काम से इन लोगों को 20 से 30 रुपए मिलते हैं. जिसे घर चलाना असंभव है. ऐसे में गांव वाले करें तो क्या करें.