Vishwajeet Bhatt
Jamshedpur: एक्सएलआरआइ जमशेदपुर की टीम सामर्थ्य ने अपनी प्रमुख सामाजिक पहल ‘पाखी’ का आयोजन केरला पब्लिक स्कूल, कदमा में किया. माहवारी स्वच्छता संबंधी जागरुकता बढ़ाने और किशोरियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
माहवारी से जुड़े मिथकों को तोड़ना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य माहवारी से जुड़े मिथकों को तोड़ना और किशोरियों को सही जानकारी एवं आत्मविश्वास प्रदान करना था, ताकि वे अपने जीवन में स्वस्थ आदतें अपना सकें. इस बार का आयोजन मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज (एमटीएमसी), जमशेदपुर के सहयोग से किया गया, जिसमें 11 वर्ष और उससे अधिक आयु की करीब 120 छात्राओं ने हिस्सा लिया. इंटरैक्टिव सत्रों का संचालन एमटीएमसी की छात्रा रुहानी और अंजन सहित चार स्वयंसेवी मेडिकल छात्रों ने किया. एक्सएलआरआइ की ओर से नेहाल, सम्यक, अंशी और अनुश्ठा ने आयोजन की रूपरेखा और संवाद को प्रभावी बनाने में अहम भूमिका निभाई.
स्वच्छता संबंधी आदतों, पोषण पर मार्गदर्शन दिया गया
इस दौरान रुहानी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि पाखी के जरिए हम माहवारी स्वास्थ्य पर खुली बातचीत को सामान्य बनाना चाहते हैं और किशोरियों को आत्मविश्वास के साथ अपना ख्याल रखने के लिए जागरूक करना चाहते हैं. सत्र के दौरान छात्राओं को स्वच्छता संबंधी आदतों, पोषण और मानसिक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन दिया गया. साथ ही, ऐसा सुरक्षित माहौल भी तैयार किया गया जहां बच्चियां बिना झिझक अपने सवाल पूछ सकें और अनुभव साझा कर सकें.
माहवारी स्वास्थ्य किसी वर्जना का नहीं बल्कि गरिमा का विषय
टीम समर्थ्य ने कहा कि हमारा प्रयास है कि ‘पाखी’के माध्यम से जागरूक किशोरियां आगे चलकर अपने साथियों, परिवार और समुदाय को भी प्रभावित कर सकें. माहवारी स्वास्थ्य किसी वर्जना का नहीं बल्कि गरिमा, जागरूकता और सशक्तिकरण का विषय है. ज्ञात हो कि पाखी एक्सएलआरआइ की एक नियमित सामाजिक पहल है, जिसके अंतर्गत जमशेदपुर के विभिन्न स्कूलों में लगातार कार्यक्रम किए जाते हैं. वर्षों से यह पहल न सिर्फ जागरुकता बढ़ा रही है, बल्कि किशोरियों में आत्मविश्वास भी विकसित कर रही है.
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