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दिशोम गुरु आखिरी जोहार : शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर पहुंचा उनके आवास, अंतिम दर्शन को लगा तांता

Ranchi : दिशोम गुरु शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर उनके आवास पर लाया गया. वहां उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है. शिबू सोरेन अमर रहें" के नारे से वहां का माहौल गूज रहा है. गुरुजी के अंतिम दर्शन के लिए सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक के नेता पहुंचे. साथ ही भारी संख्या में कार्यकर्ताओं के अलावा कई नामी हस्तियां भी मौजूद रहीं.

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक दिशोम गुरु शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर के उनके आवास पहुंचते ही माहौल भावुक हो उठा. जैसे ही गुरुजी का पार्थिव शरीर उनके आवास पर लाया गया, समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बीच-बीच में "गुरुजी अमर रहें" और "झारखंडी अस्मिता के प्रतीक गुरुजी को नमन" जैसे गगनभेदी नारे गूंजते रहे.

गुरुजी को अंतिम बार श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों की संख्या में कार्यकर्ता, आम नागरिक और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता व विधायक उपस्थित हुए. श्रद्धा और सम्मान से भरे इस माहौल में हर चेहरा भावुक था.

मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि आज हम झारखंडी के नाम से जाने जाते हैं तो इसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ गुरुजी को जाता है. उन्होंने ही हमारी पहचान और हक के लिए जीवनभर संघर्ष किया. शोकाकुल वातावरण में झारखंड ने आज अपने युगद्रष्टा, संघर्षशील नेता और माटी के सच्चे सपूत को नम आंखों से अंतिम विदाई दी.

नेमरा में होगा अंतिम संस्कार  

गुरुजी का अंतिम संस्कार मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव नेमरा में होगा. इसके पहले उनके पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए पार्टी कार्यालय और विधानसभा में रखा जाएगा. विधानसभा परिसर में सुबह 09:00 बजे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी. फिर वहां से उनके पार्थिव शरीर को नेमरा ले जाया जाएगा. उनके अंतिम संस्कार में केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री जोएल ओराम शामिल होंगे. वे सोमवार की देर शाम रांची पहुंचे. एयर पोर्ट पर कैबिनेट मंत्री  इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, विधायक हेमलाल मुर्मू, निशात आलम, पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सुरेश पासवान, राजेश कच्छप, श्वेता सिंह, राम सूर्या मुंडा, नमन विक्सल कोंगाड़ी, विकास सिंह मुंडा, ममता देवी, निरल पूर्ति, उमाकांत रजक सहित काफी संख्य़ा में नेता-कार्यकर्ता सहित आम लोग मौजूद रहे.

अंतिम दर्शन की लोगों की कतार, फूलों से पटा रास्ता

इससे पहले एयरपोर्ट से लेकर मोरहाबादी स्थित आवास तक हजारों लोग अंतिम दर्शन के लिए खड़े रहे. लोग ने हाथों में फूल लिए थे और पूरे रास्ते में पुष्पवर्षा होती रही. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट,हिनू चौक, अरगोड़ा चौक,हरमू चौक,राजभवन होते हुए से लेकर शिबू सोरेन आवास तक करीब 10 किमी तक लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.

छात्राओं ने किया पुष्पवर्षा, बाइक जुलूस ने दी अंतिम विदाई

आदिवासी बालिका छात्रावास की हजारों छात्राओं ने अंतिम यात्रा वाहन पर फूल बरसाए, वहीं हजारों बाइक सवार समर्थकों ने नारे लगाते हुए अंतिम यात्रा में भाग लिया.

चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा, प्रशासन ने की सख्त निगरानी

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सड़कों पर रस्सियां लगाई गईं, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. शांतिपूर्ण माहौल में अंतिम यात्रा आगे बढ़ी. शिबू सोरेन के आवास पर गुरु जी का पार्थिव शरीर आते ही परिवार और शुभचिंतक फूट-फूट कर रो पड़े. माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया, हर आंख नम थी. झारखंड आंदोलन के पूर्व सीएम को श्रद्धांजलि देने के लिए हर तबके के लोग पहुंचे. सभी उनके सम्मान में खड़े रहे.

शिबू सोरेन की जिंदगी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण तारीखें


- 11 जनवरी 1944 : जन्म, नेमरा गांव, रामगढ़ (तत्कालीन हजारीबाग), झारखंड (तत्कालीन बिहार).

- 1957 :  पिता सोबरन सोरेन की हत्या, जिसके बाद शिबू ने सामाजिक और राजनीतिक सक्रियता बढ़ाई.

- 4 फरवरी 1973  : झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की स्थापना.
- 15 नवंबर 2000 : झारखंड राज्य का गठन, जिसमें सोरेन के आंदोलन की अहम भूमिका.
- 2 मार्च से 12 मार्च 2005 : पहली बार 10 दिनों के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री बने, 
- 27 अगस्त 2008 से 11 जनवरी 2009 : दूसरी बार मुख्यमंत्री बने.

- 30 दिसंबर 2009 से 31 मई 2010 :  तीसरी बार मुख्यमंत्री बने.
- 1980, 1986, 1989, 1991, 1996, 2004, 2009 और 2014 : दुमका से लोकसभा सांसद चुने गए.
- 2020 :  राज्यसभा सांसद बने.
- 4 अगस्त 2025 : दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. 


गुरु जी काफी दिन से चल रहे थे बीमार 


बता दें कि शिबू सोरेन लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनका इलाज दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में चल रहा था. इससे पहले भी कई बार उनकी तबीयत खराब हुई थी. 


फरवरी 2025 :  शिबू सोरेन की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी. उन्हें सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद पहले रांची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में एयर एम्बुलेंस के जरिए उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया था. 


जून और जुलाई 2025 :  19 जून को फिर शिबू सोरेन को किडनी की समस्या और हल्के ब्रेन स्ट्रोक (पैरालिसिस अटैक) के कारण दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती किया गया. इस दौरान उनकी हालत में काफी उतार-चढ़ाव रहा और वे ICU में विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में थे. 


उनकी सेहत में धीरे-धीरे सुधार देखा गया, लेकिन पूर्ण स्वस्थ होने में समय लगने की बात कही गई. इस दौरान कई बड़े नेता जैसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और नितिन गडकरी, उनका हालचाल लेने अस्पताल पहुंचे. शिबू सोरेन के अच्छे स्वास्थ्य को लेकर झारखंड में उनके समर्थकों और JMM कार्यकर्ताओं द्वारा प्रार्थना सभाएं और पूजा-अर्चना भी की गईं. 


अगस्त 2025 :  एक अगस्त को शिबू सोरेन की तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया. उनकी स्थिति गंभीर बताई गई, लेकिन बाद में स्थिर होने की खबर आई. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची में थे. लेकिन तबीयत खराब होने की सूचना के  बाद सीएम हेमंत सोरेन तुरंत दिल्ली रवाना हो गए.


जनवरी 2025 :  उनके जन्मदिन (11 जनवरी) के समय भी उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, जिसके कारण वे समर्थकों के बीच केक काटने में शामिल नहीं हो सके थे.


2019 :  लोकसभा चुनाव के दौरान भी शिबू सोरेन की तबीयत खराब होने की बात सामने आई थी. कुछ साल पहले भी सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें रांची के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था.

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