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दुमका : आदर्श ग्राम मुहालो के लोग 1 किलोमीटर दूर से लाते है पानी, फरवरी से खराब है सोलर टंकी

Dumka : गोपीकांदर प्रखंड के टेगजोर पंचयात के अन्तर्गत एक आदिवासी बाहुल्य गांव है इस गांव में संताल आदिवासी और पहाड़िया आदिम जनजाति के लोग रहते है. जिसमें कुल 72 परिवार रहता है. इस 72 परिवार वाले गांव को सरकार व प्रशासन के तरफ से आदर्श ग्राम घोषित किया गया है.

आदर्श ग्राम में पीने के पानी की समस्या काफी बड़ी है

इस आदर्श ग्राम में पीने के पानी की समस्या काफी बड़ी है. पेयजल के लिए इस गांव में स्कूल और आंगनबाड़ी के चापानल को मिलाकर कुल 7 चापानल है. और एक सोलर टंकी है. जो फरवरी महीने से ही खराब पड़ा हुआ है. जबकि सभी चापानल लगभग पिछले दो वर्षों से खराब है.

पिछले 2 सालों से खराब है सभी चापानल

 ग्रामीणों का कहना है कि सोलर टंकी बनाने को लिए हमलोगों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से भी शिकायत किये थे. वे आकर देखे भी लेकिन अब तक सोलर टंकी का मरम्मति नहीं कराया गया है. कुछ चापानल करीब दो वर्षों से खराब है तो कुछ चापानल ठीक से काम नहीं कर रही है. ग्रामीणों ने बताया कि वो सभी पीने के लिए पानी नदी किनारे कुंआ और पहाड़ किनारे कुएं से  लाते है. जो गांव से करीब एक किलोमीटर की दूरी में है. उनका यह भी कहना है कि आदर्श ग्राम होने के कारण यहां पाताल बोरिंग/डीप बोरिंग करने की भी बात कहीं गयी थी. लेकिन अब तक पाताल बोरिंग/डीप बोरिंग नहीं कराया गया है. हमारे गांव को आदर्श ग्राम घोषित किया गया है, लेकिन यहां मूलभूत सुविधा पीने का पानी प्रर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है.

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