Ranchi : प्रेस क्लब में पत्रकारों के लिए शुरू किये गये अस्थायी कोविड हॉस्पिटल में भ्रष्टाचार करने जैसे लगाए गए अन्य आरोपों के खिलाफ बैठक हुई. बैठक का आयोजन प्रेस क्लब और मिशन ग्रुप फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में क्लब के सभागार में किया गया. बैठक में कुछ मीडिया द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद और गलत बताते हुए मिशन फांउडेशन के अध्यक्ष पंकज सोनी ने कहा कि महामारी के समय पत्रकार फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर काम कर रहे हैं. दूसरी लहर में राज्यभर में 30 पत्रकारों को मृत्यु के बाद संस्था ने हम इन्हें बेहतर मेडिकल सुविधा देने के लिए जिला प्रशासन की मदद से हॉस्पिटल खुलने का निर्णय लिया था, पर कुछ लोग बिना किसी प्रमाण के हमारे इस काम की बदनामी कर रहे.
हॉस्पिटल केवल असिम्पोमैंटिक और माइल्ड सिम्पटम मरीजों के लिए खोला गया था – डॉ अभिषेक राज
मीडिया में आ रही खबरों का खंडन करते हुए हॉस्पिटल के प्रभारी डॉक्टर अभिषेक राज ने कहा कि हमें प्रेस क्लब में 40 बेड का असिम्पोमैंटिक और माइल्ड सिम्पटम वालों मरीजों के लिए हॉस्पिटल खोलने के लिए मंजूरी दी गई थी. यहां कभी भी आईसीयू की सुविधा के लिए नहीं कहा गया था. मीडिया में चल रही खबरें बेबुनियाद हैं.
गलत खबर चलाने के लिए संस्थानों के खिलाफ लिया जाएगा लीगल एक्शन – लीगल टीम
हॉस्पिटल के लीगल सेल की हेड एडवोकेट तेजस्वी शुक्ला ने आरोपों को बताते हुए कहा कि हॉस्पिटल फंडिंग के जरिये शुरू किया गया था और चलाया जा रहा था. हमें कभी भी किसी से जबरन पैसे नहीं मांगे. लोग खुद सामने आकर डोनेशन देते थे. हम पर जबरदस्ती पैसे मांगना का आरोप बिल्कुल गलत है. वहीं लीगल हेड आकाश पांडे ने कहा कि चलाई जा रही खबरों का कोई प्रूफ नहीं है. जिस तरह प्रशासन, सिविल सर्जन, प्रेस क्लब, फांउडेशन के साथ हॉस्पिटल खोलने के लिए समझौता हुआ था. हम उसी तरह कार्य कर रहे थे. गलत चीजें फैलाने के लिए उन सभी मीडिया संस्थानों पर हम लीगल एक्शन लेंगे.
इसे भी पढ़ें – उग्रवादियों ने पुल निर्माण में लगी मशीन को किया जलाने का प्रयास, PLFI का पर्चा बरामद
हॉस्पिटल, क्लब और फाउंडेशन को बदनाम करने के लिए चलाई जा रहीं ये खबरें – अखिलेश सिंह
इस अवसर पर क्लब के सचिव अखिलेश सिंह का कहना है कि यह एक षड्यंत्र है, जो हॉस्पटिल, क्लब और फाउंडेशन को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है. अगर हॉस्पिटल में एक भी मरीज नहीं है, तो यह अच्छी बात है. हॉस्पिटल को सील करने की खबर बिल्कुल गलत है. हॉस्पिटल प्रबंधक खुद कुछ निजी कारणों से इसे बंद कर रहे हैं. अगर भविष्य में जरूरत पड़ती है तो इसे फिर से खोला जाएगा.
क्या है मामला
आपको बता दें कि बीते 4 जून को कुछ अखबारों और चैनलों में प्रेस क्लब में पत्रकारों के लिए खोले गए हॉस्पिटल में भ्रष्टाचार की खबरें चल रही थीं. हॉस्पिटल को मिशन ब्लू फांउडेशन एनजीओ की सहायता से खोला गया था. हॉस्पिटल के नाम पर उगाही (जबरन पैसा वसूलने) का आरोप लगाया गया था. इसके साथ ही हॉस्पिटल में आईसीयू बेड नहीं होने, मरीजों को भर्ती न रहने, व्यवस्थों को पर्दे से ढंकने, सुविधाओं की कमी, जैसे अन्य आरोप लगाए थे.