NewDelhi : देश की राजनीति में एक बड़ी सियासी हलचल मचाने वाली खबर आयी है. कांग्रेस के बड़े नेता केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद आज पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस कांग्रेसी नेता को भाजपा की सदस्यता दिलायी. इससे पहले श्री प्रसाद अमित शाह से उनके आवास पर जाकर मिले. जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यूपी की राजनीति में जितिन प्रसाद की भूमिका अहम होने वाली है.
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असल मायने में कोई संस्थागत राजनीतिक दल है, तो वो भाजपा है : जितिन प्रसाद
इस क्रम में जितिन प्रसाद ने कहा कि मैंने 7-8 साल में अनुभव किया कि असल मायने में कोई संस्थागत राजनीतिक दल है, वो भाजपा है,. कहा कि बाकी दल व्यक्ति विशेष और क्षेत्र के हो गये हैं. जितिन प्रसाद ने कहा कि जिस चुनौतियों और परिस्थितियों का देश इन दिनों सामना कर रहा है, उससे निपटने के लिए अगर कोई उपयुक्त दल है तो वह है भाजपा है और कोई उपयुक्त नेता है तो वह हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जितिन प्रसाद के अनुसार कांग्रेस में वे अपने लोगों की सेवा नहीं कर पा रहे थे, उम्मीद जताई कि भाजपा के माध्यम से वे लोगों की सेवा कर पायेंगेच
कांग्रेस के दिग्गज नेता जितेंद्र प्रसाद के बेटे हैं
जितिन प्रसाद, कांग्रेस के दिग्गज नेता जितेंद्र प्रसाद के बेटे हैं. जितेंद्र प्रसाद दो प्रधानमंत्रियों राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हाराव के राजनीतिक सलाहकार थे. 2000 में जितेंद्र प्रसाद कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव सोनिया गांधी के खिलाफ लड़े थे, लेकिन वह हार गये थे. 2001 में जितेंद्र प्रसाद का निधन हो गया था.
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जितिन प्रसाद यूपी के ब्राह्मण नेता हैं
इससे पहले भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेसी नेता के नाम को लेकर सोशल मीडिया पर कयासबाजी शुरू हो गयी थी. ट्विटर पर अधिकतर लोग मान कर चल रहे थे कि आज जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो सकते हैं. इसे भाजपा के मिशन यूपी 2022 की शुरुआत करार दिया जा रहा है. कई लोगों का मानना है कि जितिन प्रसाद ब्राह्मण नेता हैं और उनको अपने पाले में लाकर भाजपा ब्राह्मणों में संदेश देना चाहती है.
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कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व से नाराज चल रहे थे
हालांकि, जितिन प्रसाद की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया, लेकिन बताया जा रहा है कि वह कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व से नाराज चल रहे थे. इससे पहले 2019 में भी जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़ने की खबरें सामने आयी थी. हालांकि, कुछ दिन बाद खुद जितिन प्रसाद सामने आये थे और कहा था कि मैं काल्पनिक सवालों का जवाब नहीं देता हूं.
बता दें कि जितिन प्रसाद, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी रहे हैं. इससे पहले राहुल के ही सबसे करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो चुके हैं. इसके बाद भाजपा ने सिंधिया को राज्यसभा भेजा दिया. अब सिंधिया के समर्थक उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने की बहुत दिनों से मांग कर रहे हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी और मध्य प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा है कि जहां तक उन्हें केंद्र में मंत्री बनने की बात है तो उनके सभी समर्थक और शुभचिंतक चाहते हैं कि उन्हें उचित सम्मान दिया जाये.