LagatarDesk : गर्मियों में जामुन खाने से शरीर को काफी लाभ मिलता है. जामुन मई और जून में मिलते हैं. इसमें कई औषधीय गुण पाये जाते हैं. ये देखने में काला और काफी छोटे साइज का फल होता है. यह खाने में भी स्वादिष्ट होता है. बता दें कि आयुर्वेदिक उपचार में जामुन का कई बीमारियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ये पेट दर्द, डायबिटीज, गठिया, पेचिस, पाचन संबंधी कई अन्य बीमारियों में कारगर है.
जामुन में प्रोटीन, फाइबर सहित कई तत्व होते हैं मौजूद
बता दें कि जामुन डाइजेशन, दांतों, और आंखों के लिए काफी लाभदायक होता है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेड, आयरन और कैल्शियम जैसे कई तत्व मौजुद होते हैं. जामुन बच्चों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. आइये बताते हैं कि जामुन शरीर के लिए कितना फायदेमंद है.
डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद
जामुन डायबिटीज मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है. डायबिटीज के मरीज जामुन को पत्ते को पीसकर पी सकते हैं. या फिर जामुन को सलाद के रुप में खा सकते हैं. आप जामुन के बीज का भी सेवन कर सकते हैं. बीज को अच्छी तरह से सूखा लें. इसके बाद जामुन के बीज को पीसकर पाउडर तैयार कर लें. अब रोजाना सुबह में खाली पेट दूध के साथ सेवन करें या फिर पानी के साथ पियें. इसके सेवन से डायबिटीज में बहुत आराम मिलता है.
पथरी के इलाज में जामुन कारगर
किडनी में स्टोन होने पर भी जामुन का इस्तेमाल किया जाता है. जामुन खाने से छोटे साइज की पथरी गल जाती है. इसके लिए आप जामुन का जूस रोजाना सेंधा नमक मिलाकर 2-3 बार रोज पीएं. इससे गलकर पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाती है.
त्वचा और आंखों के लिए लाभदायक
जामुन त्वचा के लिए भी काफी लाभदायक होता है. जामुन के पत्तों और छाल को स्कीन में लगाने के कई तरह के फायदे मिलते हैं. जामुन की छाल खून को साफ करता है. जिससे त्वचा संबंधित बिमारी खत्म होती है. जामुन का रस लगाने से मुंहासे नहीं होते हैं. इसके अलावा जामुन का रस आंखों को भी कई तरह के बीमारियों से बचाता है.
दांत के दर्द से मिलेगा छूटकारा
जामुन दांतों के दर्द और मसूड़ें के लिए फायदेमंद होता है. जामुन के पत्तों की राख बनाकर दांत और मसूड़ों में लगाने से ये होते हैं. जामुन के रस से कुल्ला करने पर पाइरिया भी ठीक हो जाता है. जामुन की पत्तियों को सुखाकर टूथ पाउडर के रूप में प्रयोग कर सकते हैं. इसमें एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद करते हैं. इसके अलावा, मुंह के छालों में जामुन की छाल के काढ़ा का इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है.
पीलिया और हीमोग्लोबिन के लिए भी जामुन जरूरी
पीलिया (जॉन्डिस) में भी जामुन बहुत फायदा करता है. जामुन के 10-15 मिली रस में 2 चम्मच शहद मिलाकर पीने से पीलिया का असर कम हो जाता है. इससे खून की कमी भी दूर होती है. जामुन विटामिन सी और आयरन से भरपूर होता है. जो शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है. शरीर में खून की कमी भी नहीं होती है. इसमें मौजूद आयरन खून को शुद्ध करने में मदद करता है.
वजन घटाने में भी कारगर
जामुन में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है. इसमें कैलोरी भी बहुत कम होती है. इसमें विटामिन सी, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम और फोलिक एसिड भी पाया जाता है. इसके सेवन से पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है, जिससे आपको बार-बार भूख नहीं लगती है. इसके सेवन से बढ़ते वजन को कम किया जा सकता है.