सभी कोच में अग्निशमन उपकरण लगाए जाएंगे
Ranchi: बढ़ते कोरोना संक्रमण के मरीजों को देखते हुए रेलवे के आइसोलेशन कोचों की रखरखाव और तैयारी अधूरी है. रेलवे की ओर से आइसोलेशन कोचों की रख-रखाव को अपडेटेड करने की तैयारी चल रही है. काम बहुत ही धीमा है. अब तक केवल 15 कोच ही कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयार किए जा सके हैं. जबकि पिछले साल 60 कोच इलाज के लिए तैयार किये गये थे.
रेलवे अधिकारियों के अनुसार राज्य सरकार की ओर से अब तक आइसोलेशन कोचों के लिए कोई पहल नहीं की गई है. लेकिन भविष्य में इसकी जरूरत को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने इसके सभी कोचों की रखरखाव को फिर से दुरुस्त कर रही है.
इन सभी कोचों को पिछले साल अप्रैल में ही इलाज के लिए तैयार किया गया था. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण लगातार छह माह तक इनकी रख-रखाव की जा रही थी. लेकिन नवंबर माह के बाद कोरोना के असर कम होने पर इन कोचों की देखभाल बंद कर दी गई थी. साफ-सफाई भी बंद कर दी गई थी. इसके बाद कोचों की हालत खराब हो गई.
अधिकांश कोचों की हालत खराब
अधिकांश कोचों के अंदर की विद्युत व्यवस्था और उपकरण भी खराब हो गए हैं. बाथरूम के फर्श में दरारें आ गई हैं. अब आइसोलेशन वार्ड से बाथरूम और टॉयलेट तक को दुरुस्त किया जा रहा है.
इन 60 कोचों में 480 बेड की व्यवस्था होगी. जबकि 60 बेड इलाज करने वाले कर्मियों के लिए सुरक्षित होगी. सभी वार्ड को आइसोलेशन करने के लिए प्लास्टिक के परदे लगाए गए हैं. कोचों में ऑक्सीजन सिलेंडर की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है.
दोनों रेक हटिया कोचिंग डिपो के वाशिंग लाइन नंबर एक और दो पर खड़ी हैं. मंगलवार को रेलवे विद्युत विभाग के कर्मी उनके पंखों और बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे रहे.
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि इन सभी कोचों में अग्निशमन उपकरणों को भी लगाने का आदेश दिया गया है. इससे पहले इन कोचों में यह व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी.
इस बारे में बात करने पर एक रेल अधिकारी ने बताया कि आइसोलेशन रेक को जल्द ही दुरुस्त कर लिया जाएगा. हालांकि राज्य सरकार की ओर से अभी इसकी पहल नहीं की गई है. रेलवे अपनी ओर से इसके रखरखाव का कार्य पूरा कर जल्दी से इसे इलाज के लिए दुरुस्त कर देगा.