भारत की जैव-अर्थव्यवस्था 10 अरब अमेरिकी डॉलर से 165.7 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंची
वर्ष 2030 तक 300 अरब अमेरिकी डॉलर के महत्वाकांक्षी लक्ष्य तक पहुंचने की कवायद जारी है. जैव-अर्थव्यवस्था के संबंध में यह जानना जरूरी है कि यह पौधों, पशुओं और सूक्ष्मजीवों जैसे नवीकरणीय संसाधनों का उपयोग कर भोजन, ऊर्जा और औद्योगिक वस्तुओं का उत्पादन करती है.